झारखंड में सट्टा-मटका नहीं हब्बा-डब्बा के दीवाने हैं लोग, रोकने आई पुलिस का फोड़ा सिर, बचाव में की फायरिंग
सट्टा-मटका के चलन के बीच झारखंड में लोग हब्बा-डब्बा के दीवाने हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच इसकी खेल को लेकर झड़प हो गई. दरअसल, पुलिस कारिका गांव के मेले में हब्बा डब्बा खेल रोकने गई थी, तभी ग्रामीणों ने उनपर पथराव कर दिया.
बंदगांव, अनिल तिवारी. पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के करिका गांव में शुक्रवार देर रात पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई. इस घटना में एक जवान का सिर फट गया. वहीं बाकी को भी हल्की चोटें आईं.
मेले में हब्बा-डब्बा खेल को रोकने गई थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, यह घटना बिरसा मुंडा के शहादत दिवस के अवसर हो रहे मेले में हुई. मेले में विधि व्यवस्था संधारण को लिए और अवैध रूप से हो रहे हब्बा-डब्बा के खेल को रोकने के लिए बंदगांव पुलिस शुक्रवार की देर रात करिका गांव गई थी. मेले में उपस्थित ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध किया और पुलिस पर पत्थरों और डंडों से हमला कर दिया गया.
बचाव में पुलिस ने की फायरिंग
ग्रामीणों को भारी पड़ता देख कर पुलिस को अपने बचाव के लिए फायरिंग भी करनी पड़ी. पुलिस ने अपने बचाव में पांच राउंड फायरिंग की. हालांकि, इस फायरिंग में किसी ग्रामीण के हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना के बाद मेले में भगदड़ मच गई. फिलहाल, पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है.
छऊ नृत्य सह मेला का हो रहा था आयोजन
बता दें कि शुक्रवार सुबह भगवान बिरसा मुंडा का शहादत दिवस धूमधाम से मनाया गया था. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सांसद गीता कोड़ा भी उपस्थित हुए थे. रात में शहादत दिवस के मौके पर छऊ नृत्य सह मेला का आयोजन हो रहा था. इसी कार्यक्रम में रात को पुलिस के आने पर यह घटना घटी.
ग्रामीणों से पूछताछ कर रही पुलिस
मालूम हो कि यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. यहां इस तरह की घटना होना, पुलिस के लिए जांच का विषय है. पुलिस ग्रामीणों से इस घटना के बारे में पूछताछ कर रही है. वहीं पूरे इलाके में सनसनी माहौल बना हुआ है.