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रातभर परेशान रहे चिचाकी पंचायत के लोग व वन विभाग के कर्मी
सरिया (गिरिडीह). बगोदर में उत्पात मचाने के बाद 29 हाथियों का झुंड शुक्रवार की रात सरिया प्रखंड की चिचाकी पंचायत पहुंचा. झुंड ने किसानों के फसल एवं चहारदीवारी को नुकसान पहुंचाया. शुक्रवार के देर रात हाथियों का दल बगोदर प्रखंड की सीमा पार सरिया में प्रवेश किया. प्रखंड के चिचाकी व बंदखारो पंचायत में हाथियों के प्रवेश की सूचना मिलने पर ग्रामीण सतर्क हो गए. तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गयी. ग्रामीण तथा वन विभाग की मदद से हाथियों को पुनः जंगलों की ओर खदेड़ दिया गया. ग्रामीण पटाखे, मसाल, टीन, ढोल, मांदर आदि का प्रयोग कर हाथियों को आबादी भरे इलाके से बाहर निकालने के प्रयास में रात भर जुटे रहे.
ग्रामीणों के अनुसार हाथियों का झुंड धनबाद-गया रेल खंड में चिचाकी स्थित रेलवे फाटक संख्या 19 को पार कर गांव में प्रवेश किया. इसकी भनक लगते ही सभी ग्रामीण सतर्क हो गये और हाथियों को भगाने के कार्य में वन विभाग की मदद में जुट गये. इसके बाद भी हाथियों ने पंचायत के छत्रधारी महतो के 10 कटहल के पेड़ को बर्बाद कर दिया. वहीं, अर्जुन प्रसाद आर्य की चहारदीवारी एवं धान की फसल, जानकी महतो के शकरकंद की फसल तथा रविंद्र कुमार व वीरेंद्र महतो की चहारदीवारी को ध्वस्त कर दिया. इतना ही नहीं हाथियों के झुंड ने फसलों को भी बर्बाद कर दिया.
12 सदस्यीय टीम हाथियों को भगाने में लगी
इस संबंध में वन परिसर पदाधिकारी अंशु पांडेय ने बताया कि हाथी भगाने वाला 12 सदस्यीय टीम की मदद से झुंड को भगाने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल हाथी करमाबाद के जंगल में है. लोगों से निवेदन किया है कि हाथियों को बेवजह परेशान नहीं करें. वन विभाग की टीम झुंड को सुरक्षित अपने प्रखंड क्षेत्र से बाहर निकालने के कार्य में जुटी हुई है. शनिवार की देर रात उन्हें सरिया प्रखंड क्षेत्र से बाहर निकाल देने की संभावना जताई.
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