बरेली में अब फ्री में बदले जाएंगे खराब ट्रांसफार्मर, जेई को 8 घंटे में टेक्निकल समस्या की देनी होगी रिपोर्ट
बरेली शहर और देहात में बिजली आपूर्ति की खराब स्थिति को देखते हुए अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र सोनकर ने 8 घंटे में खराब ट्रांसफर निःशुल्क में बदलने की बात कही है.
Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली शहर और देहात में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी खराब है. देहात में बिजली ट्रांसफर खराब होने के बाद कई दिनों तक नहीं बदले जाते. मगर, अब अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र सोनकर ने 8 घंटे में खराब ट्रांसफर बदलने की बात कही है. उनका कहना है कि शहर, गांव और निजी नलकूप पर लगा ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो उसे बदलवाने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन 1912 या 1800-1800-440 पर दर्ज कराएं.
विद्युत विभाग क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर निःशुल्क बदल देगा. इसके साथ ही मरम्मत के बाद भी ट्रांसफार्मर को फ्री में लगाया जाएगा. अधिशासी अभियंता ने विद्युत उपकेंद्रों पर तैनात जेई को जिम्मेदारी सौंपी है. वह गांव में खराब और जले ट्रांसफार्मर बदलने में मनमानी नहीं कर पाएंगे.
ट्रांसफर बदलने को नहीं होगी चंदा वसूली
गांवों में खराब ट्रांसफार्मर बदलने की आड़ में ग्रामीणों से चंदा उगाही कराई जाती है. यह रकम जेई और लाइनमैन को मिलती है. इसके बाद ट्रांसफार्मर बदले जाते हैं. मगर, अब खराब होने या जलने की सूचना इंडेंट (ट्रांसफार्मर मांगपत्र) आठ घंटे में संबंधित कार्यशाला को देनी होगी.
नई व्यवस्था मध्यांचल क्षेत्र में लागू
प्रबंध निदेशक मध्यांचल वितरण निगम भवानी सिंह खंगारोत ने नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी है. अधिशासी अभियंता और अवर अभियंताओं से कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों के खराब ट्रांसफार्मर संबंधी शिकायत प्राथमिकता से निस्तारित कराएं. लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
हर ट्रांसफर पर लिखा जाएगा टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर
बिजली विभाग के प्रबंधन का कहना है कि खराब ट्रांसफार्मर संबंधी सूचना टोल फ्री हेल्पलाइन 1912 और 18001800440 कराएं. प्रबंध निदेशक ने कार्यशाला अभियंता ट्रांसफार्मर को बॉडी पर टोल फ्री नंबर पीले रंग से लिखवाने के निर्देश दिए हैं. जेई कार्यशाला इंडेंट जारी करते समय उसपर निजी नलकूप (पीटीडब्ल्यू) उपभोक्ता नाम, मोबाइल नंबर व ग्राम प्रधान मोबाइल फोन नंबर भी लिखेंगे.
जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो लगेगा
बिजली ट्रांसफार्मर बदलते समय उसका जीपीएस लोकेशन सहित फोटो खींचकर कार्यशाला जेई भेजेंगे. ट्रांसफार्मर लगाने की वाहन चालक द्वारा सूचना दिए जाने पर कार्यशाला जेई को पुष्टि करनी होगी.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली