Bareilly News: आपके घर में भी पालतू कुत्ता है या फिर आप कुत्ता पालने के बारे में सोच रहे हैं, तो अब आपको इसके लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी. कुत्ता काटने की घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए बरेली नगर निगम ने बड़ा फैसला लिया है.
बरेली नगर निगम ने पिटबुल प्रजाति का कुत्ता पलने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही कई तरह के शुल्क भी लगाएं हैं. इससे कुत्ता काटने की घटनाओं को रोकने की कोशिश की जाएगी. इसके लिए नगर निगम ने अब कुत्ता पालने की लाइसेंस फीस तय की है. इसके दायरे में ब्रीडिंग सेंटर से लेकर क्लीनिक आदि भी शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश के बरेली में कुत्तों के काटने की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. इसी को लेकर फीस तय की गई है. ब्रीडिंग सेंटर से लेकर क्लीनिक, लैब, पेट स्टोर समेत तमाम चीजों पर लाइसेंस शुल्क लगाने का फैसला किया है.
पालतू पशुओं का उपचार करने वाले अस्पतालों को भी नगर निगम से लाइसेंस लेना होगा. ऐसे ही वेटनरी डायग्नोस्टिक लैब, कुत्तों के कपड़े या ड्रैसेस, गले का पट्टा या खाने पीने के सामान को बेचने वाले स्टोर मालिकों को भी लाइसेंस लेना होगा. इससे पहले तक इसके लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता था.
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नगर निगम ने पिटबुल प्रजाति का कुत्ता पालने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही इन पर कई तरह के शुल्क लगा दिए हैं. कुत्ता पालने के लिए उसका पंजीकरण भी कराना होगा. इसमें छोटी नस्ल के लिए 500 और बड़ी नस्ल के लिए 1000 रुपए अदा करने होंगे. कुत्तों की ब्रीडिंग का व्यवसाय करने वाले लोगों को 5000 हजार रुपए शुल्क देकर लाइसेंस लेना होगा.
नगर निगम कार्यकारिणी ने कुत्ता पालने वालों के लिए नियमों का सख्ती से पालन कराने की बात कही है. पिटबुल डॉग की हिंसक घटनाओं को ध्यान में रखकर इन्हें पालने पर प्रतिबंध लगाने को कहा गया है. इसको बोर्ड ने मंजूरी दे दी. विदेशी नस्ल के बड़े कुत्ते पालने का रजिस्ट्रेशन शुल्क 700 रुपए तय किया है. इसके साथ ही सुविधा संपन्न लोग विदेशी नस्ल के महंगे कुत्ते खरीदकर पालते हैं. उनसे पंजीकरण शुल्क 1000 रुपए,छोटी नस्ल के कुत्तों का पंजीकरण शुल्क 500 रुपए तय किया गया. ब्रीडिंग कराकर कुत्तों को बेचने वालों से पांच हजार रुपए लाइसेंस शुल्क वसूलने का फैसला हुआ है.
नगर निगम ने सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी करने पर कुत्ता मालिकों से जुर्माना वसूलने, कुत्ते के गले में छोटा पट्टा डालकर ही टहलाने की बात कही. इसके अलावा दो कुत्तों को पालने के लिए 200 गज जमीन पर घर होने और तीसरा कुत्ता पालने के लिए 100 वर्ग गज की अतिरिक्त जगह होने का प्रस्ताव रखा गया. इन प्रस्तावों पर सहमति बनने पर मुहर लगा दी गई.
बरेली में आदमखोर कुत्ते पिछले वर्ष में 21863 लोगों को काट कर घायल कर चुके हैं. इन कुत्तों के हमले से 11 लोगों की मौत हो चुकी है.मगर, इसके बाद कुत्तों को पकड़ने का कोई बड़ा अभियान नहीं चला है. हालांकि, नगर निगम आवारा कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाने का दावा करता है. मगर, इसका असर नहीं दिखता. नगर निगम ने पिछले वर्ष 1750 कुत्तों को पकड़कर बधियाकरण का दावा किया. इसके बाद छोड़ दिया.
पिछले वर्ष कुत्तों ने सबसे अधिक अगस्त में लोगों पर हमला बोला है.जनवरी में 1893, फरवरी में 1565, मार्च में 1356, अप्रैल में 1155, मई में 1698, जून में 1888, जुलाई में 2100, अगस्त में 2269, सितंबर में 2088, अक्तूबर में 2062, नवंबर में 1993 और दिसंबर में 1799 लोगों को काटा है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद बरेली