UPI के जरिये भी खरीद-बेच सकेंगे शेयर, NSE ने लॉन्च किया ब्लॉक ट्रेडिंग का वीटा वर्जन

UPI Share Trading - नयी सर्विस आने के बाद निवेशक यूपीआई के जरिये पेमेंट कर शेयर की खरीदारी कर सकेंगे. इस पेमेंट में शेयर बाजार में स्टॉक्स खरीदने पर उसका जितना भी अमाउंट होगा, वह अकाउंट में ही ब्लॉक हो जाएगा. बता दें कि शेयर मार्केट में UPI से खरीद-बेच शुरू करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा.

By Rajeev Kumar | January 2, 2024 9:11 PM

Buy Stocks Through UPI : नया साल की शुरुआत के साथ ही और शेयर बाजार में नयी सुविधा भी आ गई है. अब आप यूपीआई के माध्यम से शेयर बाजार में स्टॉक्स की खरीद बिक्री कर सकेंगे. एनपीसीआई ने 1 जनवरी, 2024 से सेकेंडरी मार्केट के लिए यूपीआई पेमेंट की सुविधा को मंजूरी दे दी है.

नयी सर्विस आने के बाद निवेशक यूपीआई के जरिये पेमेंट करके शेयरों की खरीदारी कर सकेंगे. इस पेमेंट में शेयर बाजार में स्टॉक्स खरीदने पर उसका जितना भी अमाउंट होगा, वह आपके अकाउंट में ही ब्लॉक हो जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शेयर मार्केट में UPI से खरीद-बेच शुरू करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा.

Also Read: UPI पेमेंट के नियमों में होंगे ये बड़े बदलाव, जानें आप पर क्या पड़ेगा असर

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) एक जनवरी 2024 से सेकेंडरी मार्केट के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआइ लॉन्च कर दिया. इसके बाद निवेशक यूपीआइ के जरिये भुगतान करके शेयर्स खरीद सकेंगे. अभी आइपीओ की बिडिंग में यूपीआइ के जरिये भुगतान की सुविधा है.

आइपीओ के लिए आवेदन करते समय पैसा निवेशकों के खातों में ही ब्लॉक हो जाते हैं और जब शेयर्स मिल जाते हैं, तब राशि डेबिट हो जाती है. इसी तरह सेकेंडरी मार्केट यानी शेयर बाजार में यह सुविधा शुरू होने के बाद शेयर खरीदने पर उसका जितना भी रकम होगा, वह निवेशक के खाते में ब्लॉक हो जायेगा. इसके बाद जब उसी दिन सेटलमेंट होगा, तो खाते से पैसा डेबिट हो जायेगा. सेकेंडरी मार्केट में यूपीआइ से खरीद-फरोख्त शुरू करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा.

Also Read: UPI से पेमेंट करनेवालों के लिए खुशखबरी, बढ़ गई ऑटोमैटिक पेमेंट की लिमिट

एनपीसीआइ ने बताया कि क्लीयरिंग कॉरपोरेशन, स्टॉक एक्सचेंज, डिपॉजिटरी, स्टॉकब्रोकर, बैंक और यूपीआइ एप सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के साथ मिलकर बीटा वर्जन में पेमेंट सर्विस पेश की जायेगी. शुरुआत में यह सर्विस सीमित ग्राहकों के लिए ही होगी. इस कदम से लेनदेन की गति बढ़ जायेगी और भारत के स्टॉक एक्सचेंजों के लिए उसी दिन सेटलमेंट करने में मदद मिलेगी.

यह होगा प्रॉसेस

UPI के जरिये शेयर बाजार में पेमेंट करने पर शेयर खरीदने पर जितना भी पेमेंट अमाउंट होगा, वह निवेशक के खाते में ही ब्लॉक हो जाएगा. इसके बाद जैसे ही सेटेलमेंट होगा, निवेशक के खाते से पैसा डेबिट हो जाएगा. UPI गाइडलाइन्स के मुताबिक, एक निवेशक अधिकतम पांच लाख रुपये ब्लॉक कर सकता है. फंड ब्लॉक करने की फैसिलिटी इन्वेस्टर्स के लिए ऑप्शनल है. यह सुविधा स्टॉकब्रोकर देगा. अगर इन्वेस्टर ने इस सुविधा का चयन किया, तो ब्रोकर निवेशक के अकाउंट की डिटेल एक्सचेंजेज के साथ शेयर करेगा. BSE और NSE उस निवेशक के डेटा को क्लीयरिंग कॉरपोरेशन के साथ शेयर करेंगे.

Next Article

Exit mobile version