Jharkhand News: NTPC के कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कराया बंद, 75 फीसदी स्थानीय को नौकरी देने की मांग
Jharkhand News: स्थानीय लोगों को रोजगार देने, विस्थापन नीति लागू करने, जमीन का बढ़ा हुआ मुआवजा भुगतान करने, घरों का मुआवजा देने, हर घर के 18 वर्ष के युवकों को रोजगार देने, पांडू अधिग्रहण क्षेत्र से बाहर विस्थापित स्कूल का निर्माण कराने, स्थानीय वेंडरों को पेड़ कटिंग का कार्य देने की मांग की गयी.
Jharkhand News: अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर रैयतों ने एनटीपीसी के कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कार्य बंद करा दिया. पांडू के रैयतों ने कहा कि रैयतों की मांगें पूरी नहीं होती, तब तक एनटीपीसी के अधीनस्थ कंपनी एलएंडटी के द्वारा बनाया जा रहा कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कार्य बंद रहेगा. रैयतों ने कहा कि कंपनी ने 75% स्थानीय लोगों को रोजगार देने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाहरी लोगों को ठेके पर रखा गया है.
ये हैं मांगें
पांडू में कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कार्य बंद होने के दूसरे दिन मंगलवार को रैयतों, जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई. इसमें एनटीपीसी के एजीएम एसपी गुप्ता शामिल हुए. बैठक में रैयतों ने एनटीपीसी से स्थानीय लोगों को रोजगार देने, विस्थापन नीति लागू करने, जमीन का बढ़ा हुआ मुआवजा भुगतान करने, घरों का मुआवजा देने, हर घर के 18 वर्ष के युवकों को रोजगार देने, पांडू अधिग्रहण क्षेत्र से बाहर विस्थापित स्कूल का निर्माण कराने, स्थानीय वेंडरों को पेड़ कटिंग वा कन्वेयर बेल्ट का कार्य देने की मांग रखी. 5 घंटे की बैठक में कोई बात नहीं बनी. रैयतों ने प्रशासन की उपस्थिति में वार्ता कराने पर सहमति जतायी.
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कन्वेयर बेल्ट के लिए काटे जायेंगे 2000 पेड़
एनटीपीसी कोल परियोजना के कोयला का ढुलाई करने के लिए पांडू से उर्दा 9.5 किलोमीटर तक कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कार्य लगभग 500 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. कन्वेयर बेल्ट के लिए 5 किलोमीटर तक लगभग 2000 पेड़ कटिंग का कार्य हजारीबाग के संवेदक को दिया गया है. वर्तमान में पांडू में एलएंडटी कंपनी का कन्वेयर बेल्ट का कार्य चल रहा था, जिसमे भरत यादव, विश्वकर्मा, एसके इंटरपाइजेज (बाहरी कंपनी) के द्वारा कार्य किया जा रहा था, जिसका विरोध रैयतों ने किया. इस मौके पर उप प्रमुख रामस्वरूप ओझा, बेगवरी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि लीलाधन साव, पान्डू पंचायत के मुखिया राकेश दुबे, पूर्व मुखिया मो रब्बानी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य मो शमीम, मो रियाज़, मो साहबान, अनवर अली, जनान, मो नौशाद, मो सफर, सुशील ओझा, सुनील ओझा, रामलखन ओझा, विजय ओझा, संजय ओझा, अमीत वर्मा, प्रदिप रा, बालकृष्ण राम, मो आबिद, मो इम्तियाज, मो कैश, मो मोख्तार, मो शफीक, मो बसारत, मो बरकत, रौशन अली, कौलेश्वर ठाकुर, मो एकरार, मो फैनूल, मो इनायत, मो हसमत समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
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क्या कहते हैं परियोजना प्रमुख
परियोजना प्रमुख एसके सिन्हा ने कहा कि एनटीपीसी कोल कंपनी रैयतों के साथ है. रैयतों को हर संभव मदद की जायेगी. जमीन या घर का मुआवजा देने का कार्य चल रहा है. स्थानीय लोगों को कार्य में प्राथमिकता दी जायेगी.
रिपोर्ट: अरुण कुमार यादव