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Jharkhand News: NTPC में 75 % स्थानीय को मिलेगा रोजगार, बोले परियोजना प्रमुख: हर घर से एक को मिलेगी नौकरी

Jharkhand News: परियोजना प्रमुख ने कहा कि परियोजना के शुरुआती दौर में 600 रैयतों को रोजगार मिलेगा. वर्तमान में कोयला ढुलाई के बन रहे कन्वेयर बेल्ट निर्माण कार्य में यूपीएल में 94 रैयत एवं एलएंडटी में 300 रैयत रोजगार से जुड़े हैं. 27 समितियों में 600 लोगों को काम मिला है.

Jharkhand News: एनटीपीसी के केरेडारी, चट्टीबरियातू कोल परियोजनाओं में 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जायेगा. परियोजना क्षेत्र के कार्यों में स्थानीय को पहले प्राथमिकता दी जायेगी. हर घर से एक परिवार को नौकरी दी जायेगी. ये बातें केरेडारी, चट्टीबरियातू परियोजना प्रमुख एसके सिन्हा ने सिकरी साइट कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं. श्री सिन्हा ने कहा कि केरेडारी में कोयला खनन का दो प्रोजेक्ट है. केडी परियोजना 6.6 किमी स्क्वायर है, जिसमें 2360 एकड़ भूमि है. इसमें 1560 एकड़ का अधिग्रहण किया गया है. इस प्रोजेक्ट से 6 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है. यहां का कोयला यूपी प्लांट जायेगा.

जल्द मिलेगा एमडीओ अवार्ड

परियोजना प्रमुख एसके सिन्हा ने कहा कि केडी का एमडीओ अवार्ड बहुत जल्द मिलने वाला है. केडी प्रोजेक्ट के पहले फेज में पांडू व तरहेशा से खनन शुरू होगा. सीबी प्रोजेक्ट में 1590 एकड़ जमीन में 1090 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया है. एमडीओ क्लियर है, 15 मार्च तक कोयला निकालने का लक्ष्य है. जिससे 7 मिलियन टन कोयला उत्पादन होना है. सीबी का कोयला बाढ़ पावर प्लांट जायेगा. प्रोजेक्ट 6.6 स्क्वायर किमी में है. प्रोजेक्ट में पहले फेज में जोरदाग एवम चट्टीबरियातू विस्थापित होगा. सीबी में कोयला खनन के लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है.

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600 रैयतों को मिलेगा रोजगार

सड़क एवं पेड़ कटिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. परियोजना प्रमुख ने कहा कि परियोजना के शुरुआती दौर में 600 रैयतों को रोजगार मिलेगा. वर्तमान में कोयला ढुलाई के बन रहे कन्वेयर बेल्ट निर्माण कार्य में यूपीएल में 94 रैयत एवं एलएंडटी में 300 रैयत रोजगार से जुड़े हैं. 27 समितियों में 600 लोगों को काम मिला है. कन्वेयर बेल्ट निर्माण के लिए 3 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें जमीन का भुगतान जल्द किया जायेगा. प्रोजेक्ट में विस्थापित परिवार को कार्य में पहली प्राथमिकता दी जायेगी.

4 करोड़ की लागत से क्षेत्र में विकास कार्य

परियोजना प्रमुख ने संयुक्त सीएसआर से किए गए विकास कार्यों को गिनाया. उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में 4 करोड़ की लागत से क्षेत्र में विकास कार्य कराया गया है. केरेडारी सीएचसी में एक एम्बुलेंस, 34 चिकित्सा शिविर में 4038 मरीजों का इलाज किया गया. 7000 कंबल, 5000 मच्छरदानी, 3000 जूट बैग, 47 तिपहिया, 200 कृषि प्रशिक्षण, 81 मोतियाबिंद चिकित्सा, 30 ड्राइविंग लाइसेंस, 100 सिलाई मशीनों, दर्जनों सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, 12 लाख कोविड राहत के लिए, पीएपी, एन-95 मास्क (10300) और हैंड सैनिटाइजर (3000), चावल के पैकेट और किराना सामान मुहैया कराया गया.

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मांगें हर हाल में होंगी पूरी

श्री सिन्हा ने कहा कि विस्थापित रैयतों की योग्य मांगें हर हाल में पूरी की जायेंगी. 160 रैयतों को घर के मुआवजे का भुगतान किया गया है. मुआवजा भुगतान में सरकार के आदेश का पूरा पालन किया जा रहा है. रैयतों की जमीन का मुआवजा भुगतान का कार्य चल रहा है. मौके पर परियोजना निर्माण महाप्रबंधक अजय कुमार, तकनीकी सेवा महा प्रबंधक टी.के. कोनार, अपर महाप्रबंधक बिनय कुमार, वी.सी. दुबे, एस.पी गुप्ता, एस.के. मूर्ति, यतीश कुमार, नीरज गौतम, जय मुखोपाध्याय, योगश कुमार, योगश सिंह , सुधीर कुमार , सीताराम माजी, अवधेश पाठक, जनसंपर्क अधिकारी मुकुल तायल समेत कई लोग उपस्थित थे.

रिपोर्ट: अरुण यादव

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