Nuh Violence: नूंह में पटरी पर लौट रही जिंदगी! रविवार को कर्फ्यू में मिलेगी ढील, खरीद सकते हैं जरूरी सामान

Nuh Violence: क्या नूंह में भड़की हिंसा का पाकिस्तान से कोई कनेक्शन है. नूंह में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की भूमिका संबंधी रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये सभी तथ्य पुलिस की जानकारी में हैं और इसकी जांच जारी है.

By Pritish Sahay | August 5, 2023 9:11 PM
an image

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह-मेवात में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा के दौरान भड़की हिंसा के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, हिंसा की घटना के बाद पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. पुलिस दंगा के दोषियों की तेजी से तलाश कर रही है. वहीं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि नूंह में सांप्रदायिक झड़पों के बाद अब तक कुल 216 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है तथा 104 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. गौरतलब है कि नूंह में हिंसा भड़कने के बाद सैकड़ों लोग सड़क पर हथियारों के साथ उतर गये. इस दौरान दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया और कई वाहनों में आग लगा दी. इसके अलावा उपद्रवियों ने कई दुकानों में भी लूटपाट की थी. हिंसा की घटना में 2 पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी.

कर्फ्यू में 3 घंटे की ढील
हरियाणा के नूंह में धीरे-धीरे स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. हिंसा के कारण पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया था. हालांकि इस बीच राहत की खबर है कि कल यानी रविवार को कर्फ्यू में ढील दी जा रही है. नूंह में रविवार को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक ढील दी जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को 3 घंटे की ढील दी जाएगी. इस दौरान इलाके की दुकानों को खुलेंगी ताकि लोग जरूरी सामानों की खरीदारी कर सकें.

पुलिस कर रही है मामले की जांच- दुष्यंत चौटाला
इधर, नूंह में हाल ही में हुई हिंसा पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का बयान सामने आया है. चौटाला ने कहा है कि मामले में पुलिस अपनी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि शनिवार तक 102 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. कई लोगों को रिमांड और न्यायिक जांच के लिए भेजा गया है.  मीडिया, सोशल मीडिया और कई अन्य दूरसंचार माध्यमों की जांच की जा रही है और जो लोग इसमें शामिल हैं उनकी जांच की जा रही है.  

नहीं थी हिंसा की खुफिया जानकारी- गृह मंत्री विज
नूंह हिंसा मामले में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि नूंह जिले में धार्मिक शोभायात्रा के मद्देनजर तनाव पैदा होने की आशंका के बारे में उनके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी. 31 जुलाई को इस शोभायात्रा पर हमला हुआ था. विज ने नूंह में भड़की हिंसा को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने पुलिस से इस बारे में पूछा था, लेकिन उन्होंने भी कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी.

विज ने कहा, पता नहीं यह जानकारी किसी के पास थी या नहीं, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस बारे में एक टीवी चैनल ने सीआईडी के एक निरीक्षक का ‘स्टिंग’ प्रसारित किया है, जिसमें कथित तौर पर दावा किया गया है कि अधिकारियों को मुस्लिम बहुल जिले नूंह में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की यात्रा के दौरान तनाव पैदा होने की आशंका के बारे में जानकारी थी. इस ‘स्टिंग’ की ओर इशारा करते हुए विज ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन का एक वीडियो सामने आया है और इसकी जांच होनी चाहिए कि निरीक्षक ने वह खुफिया जानकारी किसके साथ साझा की थी.

Also Read: इमरान खान से पहले भी पाक में गिरफ्तार हो चुके हैं कई पूर्व हुक्मरान, एक प्रधानमंत्री को तो मिली थी फांसी

क्या हिंसा के पीछे है पाकिस्तान कनेक्शन
क्या नूंह में भड़की हिंसा का पाकिस्तान से कोई कनेक्शन है. नूंह में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की भूमिका संबंधी रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये सभी तथ्य पुलिस की जानकारी में हैं और इसकी जांच जारी है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद निष्कर्ष साझा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जांच के बाद होगी कार्रवाई- डीजीपी
नूंह हिंसा पर हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने कहा है कि उन्होंने नूंह में स्थिति की समीक्षा की है. जो मामले दर्ज किए गए हैं, जांच और अन्य कानून व्यवस्था के मुद्दों के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए गए हैं ताकि जांच की गति तेज की जा सके और कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके. उन्होंने कहा कि यहां 145 गिरफ्तारियां हुईं और 55 मामले दर्ज किए गए. जब उनसे कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में बताए गए किसी पाकिस्तानी कनेक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, नहीं, ऐसा कुछ नहीं है. इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देना सही नहीं है. जो बातें हमारे पास आई हैं हम उनकी जांच करेंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे. उन लोगों के खिलाफ जो दोषी हैं.

कैसे भड़की हिंसा
गौरतलब है कि नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. संगठन ने जिला प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली थी. लेकिन यात्रा के दौरान इन पर पथराव हो गया, जो देखते ही देखते हिंसा में तब्दील हो गया. हिंसा देखते ही देखते फैलने लगी, इस दौरान सैकड़ों कारों में आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. फायरिंग भी हुई. इसके अलावा एक मंदिर में सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया गया.

भाषा इनपुट से साभार

Exit mobile version