बेतिया में नर्सिंग स्टाफ ने की हड़ताल, दो दिनों से जीएमसीएच में इलाज ठप, दो नवजात समेत तीन ने तोड़ा दम
आइसीयू वार्ड, मेल वार्ड, प्रसव वार्ड व बर्न वार्ड में भर्ती मरीज बेहाल हैं. नर्सिंग स्टाफ के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण अस्पताल में आपात सेवा पूरी तरह चरमरा गयी है.
बेतिया में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दवा लिखने के विवाद को लेकर इंटर्न व नर्सिंग स्टाफ के बीच हुई हिंसक भिड़ंत के बाद दो दिनों से इलाज ठप है. गुरुवार को देर रात साठी थाना के कटहरी निवासी अनिल सिंह (55) की मौत हो गयी. पीडिया वार्ड में वार्मर में रखे नौतन के वीरेंद्र बैठा के नवजात शिशु की भी मौत हो गयी. वह नौतन पीएचसी से गुरुवार को सुबह रेफर होकर जीएमसीएच में आया था.
नर्सिंग स्टाफ गये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
आइसीयू वार्ड, मेल वार्ड, प्रसव वार्ड व बर्न वार्ड में भर्ती मरीज बेहाल हैं. नर्सिंग स्टाफ के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण अस्पताल में आपात सेवा पूरी तरह चरमरा गयी है. शुक्रवार को सुबह से ही विभिन्न वार्डों में भर्ती दर्जन भर मरीजों को स्वजन निजी अस्पताल में ले जाते देख गये. अस्पताल प्रशासन व प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद भी इलाज की व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी.
धक्का-मुक्की करने का आरोप
इधर, शुक्रवार को देर शाम खड्डा निवासी रितेश कुमार के नवजात बच्चे की चिकित्सा नहीं होने से मौत हो गयी. उसे इलाज कराने के लिए लेकर नगर निगम के पार्षद पति तनवीर आलम उर्फ भुट्टो पहुंचे थे. बच्चे की मौत के बाद भुट्टो समेत अन्य लोगों ने प्राचार्य व अधीक्षक से कहा कि आम लोगों का ख्याल रखा जाये. तनवीर ने कहा इसी बीच इंटर्न छात्रों ने तनवीर आलम उर्फ भुट्टो समेत अन्य के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी.
Also Read: फ्रांस से आयी शर्लिन ने मुंगेर के युवक के साथ लिए 7 फेरे, पहले किया कोर्ट मैरेज फिर हिंदू रिवाज से शादी
गुरुवार की सुबह हुई थी मारपीट
गुरुवार को सुबह 11 बजे इंटर्न और नर्सिंग स्टाफ के बीच मरीज की दवा लिखने को लेकर हिंसक झड़प हुई थी. इस दौरान कई कर्मचारी घायल हो गये थे. नाराज स्टाफ नर्स इंटर्न पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे. धरना पर बैठ गये और इलाज को ठप कर दिया.