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24 करोड़ की धोखाधड़ी पर नुसरत की सफाई, कहा: मैं 300 फीसदी चुनौती दे सकती हूं कि भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं

तृणमूल सांसद नुसरत जहां का कहना है कि मैंने अपना घर भ्रष्टाचार के पैसे से नहीं खरीदा है. मैं जिस कंपनी से जुड़ी हुई थी उससे मैंने 1 करोड़ 16 लाख 30 हजार 285 रुपये का लोन लिया था लेकिन सब पैसा ब्याज के साथ वापस भी कर दिया था.

पश्चिम बंगाल में तृणमूल सांसद नुसरत जहां पर एक कंपनी के साथ मिलकर फ्लैट के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था. इस मामले पर नुसरत जहां का कहना है कि मुझ पर जो आरोप लगाये जा रहे हैं वह बेबुनियाद है. मैं 300 फीसदी सही हूं जो गलत होते है उन्हें डरने की जरुरत है. जिस कंपनी के साथ मेरा नाम जोड़ा जा रहा है मार्च 2017 में मैंने उस कंपनी से इस्तीफा दे दिया. अब जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है उस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. मैंने उस कंपनी से 1 करोड़ 18 लाख का लोन लिया था जिसे मैंने चुका दिया है. इसलिये अब जो भी आरोप मुझ पर लगाये जा रहे है उन आरोपों का कोई मतलब नहीं है.

भ्रष्टाचार के पैसे से नहीं खरीदा घर: नुसरत

तृणमूल सांसद नुसरत जहां का कहना है कि मैंने अपना घर भ्रष्टाचार के पैसे से नहीं खरीदा है. मैं जिस कंपनी से जुड़ी हुई थी उससे मैंने 1 करोड़ 16 लाख 30 हजार 285 रुपये का लोन लिया था. मैंने उन पैसों से एक घर खरीदा. 6 मई 2017 को मैंने कंपनी को 1 करोड़ 40 लाख 71 हजार 995 रुपये ब्याज समेत लौटा दिए. मेरे पास बैंक के दस्तावेज भी हैं. मैं 300 फीसदी चुनौती दे सकती हूं कि मैं भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं. अगर मैंने एक पैसा भी लिया होता तो भी मैं यहां नहीं आती.

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मैंने मार्च 2017 में ही दे दिया था इस्तीफा

नुसरत जहां ने कहा, जिस कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, उससे मैंने मार्च 2017 में इस्तीफा दे दिया था. मैंने उस कंपनी से 1 करोड़ 18 लाख का लोन लिया. मैंने मई 2017 में उस ऋण को ब्याज सहित चुका दिया. मैंने बैंक से जुड़े सभी दस्तावेज अदालत की कार्रवाई के लिये जमा दे दिया है. मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. इस घटना का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. नुसरत जहां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि उस कंपनी में मेरी कोई हिस्सेदारी नहीं है.

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भाजपा ने रखी नुसरत की गिरफ्तारी की मांग

भाजपा ने नुसरत की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ईडी के पास शिकायत दर्ज की थी. भाजपा नेता शंकुदेव का कहना है कि अगर ईडी यह शिकायत मिलने के बाद भी निष्क्रिय रही तो वह केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराएंगे. शुभेंदु ने मंगलवार को यह भी कहा था कि बशीरहाट की तृणमूल सांसद सीधे तौर पर भ्रष्टाचार से जुड़े हुए हैं. सांसद ने खुद वरिष्ठ नागरिकों के पैसे से 1 करोड़ 55 लाख का फ्लैट खरीदा. यह बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है.इसके खिलाफ कार्रवाई बेहद आवश्यक है.

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नुसरत के खिलाफ सोमवार काे दर्ज हुआ था मामला

सोमवार को नुसरत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी. शंकुदेव ने अपनी शिकायत में कहा था कि नुसरत गरियाहाट रोड स्थित एक कंपनी में संयुक्त निदेशक के पद पर हैं. संस्था ने 2014 में कुल 429 लोगों से पैसे लिए. प्रत्येक से 5 लाख 55 हजार रुपये लिये गये थे. उन्हें राजारहाट में हिडको कार्यालय के पास प्रत्येक के लिए 3 बीएचके का फ्लैट देने का भी वादा किया गया था. फ्लैट तीन साल के अंदर देने का वादा किया गया था. शंकू ने ईडी को बताया कि लेकिन 9 साल बाद भी पैसे देने वालों को कोई फ्लैट नहीं मिला है.

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दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट थाने की भूमिका पर उठे सवाल

 तृणमूल सांसद नुसरत जहां पर लगे धोखाधड़ी के आरोप को लेकर दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट थाने की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे थे. आरोप लग रहे थे कि इस मामले में गरियाहाट थाने की पुलिस ने इस मामले में जुड़े आरोपियों पर उचित कार्रवाई नहीं की. इस आरोप पर कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (1) मुरलीधर शर्मा ने कहा कि इस मामले में किसी भी पीड़ित की तरफ से गरियाहाट थाने में सीधे कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है.

पुलिस ने मामले की जांच कर रिपोर्ट अदालत को सौंपी

इस मामले में स्थानीय अदालत में पीड़ितों ने शिकायत दर्ज करायी थी. अदालत ने इस मामले में जांच करने का निर्देश गरियाहाट थाने की पुलिस को दिया था. पुलिस ने पूरे मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट अदालत को सौंप दी है. इसके बाद जो भी कार्रवाई हुई, वह अदालत के निर्देश पर ही हुई. चूंकि, इस मामले में अदालत के निर्देश पर ही अबतक की कार्रवाई हुई है, इसके कारण अदालत आगे भी जैसा निर्देश देगी, पुलिस की तरफ से वह कार्रवाई की जायेगी.

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