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गोरखपुरः महिला अस्पताल में प्रसूताओं को इंजेक्शन लगने के बाद बिगड़ी तबीयत, तीमारदारों ने किया हंगामा

गोरखपुरः गुरुवार की रात अस्पताल स्टाफ ने प्रसूताओं को इंजेक्शन लगाया. जिसके बाद से उन्हें तेज बुखार चढ़ गया आंखों में जलन होने लगी. मेटरनिटी विंग में 71 प्रसूताओं सहित सात गर्भवती भर्ती हैं. अभी उसने लगभग 50 को है कि इंजेक्शन लगाया था. इस दौरान एक के बाद एक प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ने लगी.

यूपीः गोरखपुर महिला चिकित्सालय के सौ बेड मेटरनिटी विंग में अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. जिससे अस्पताल में भर्ती 50 प्रसूताओं की जान पर बन आई. जिसके बाद से तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया और स्टाफ को पकड़कर बंद कर दिया. तीमारदारों का गुस्सा देख इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डॉक्टर साधना पांडे सहित अन्य स्टाफ मौके से भाग खड़े हुए. सूचना के बाद मौके पर पहुंची. पुलिस ने किसी तरह से तीमारदारों को समझा कर शांत कराया. जिसके बाद से प्रसूताओं का इलाज शुरू हुआ.

क्या है मामला

गुरुवार की रात लगभग 11:30 बजे अस्पताल स्टाफ ने प्रसूताओं को इंजेक्शन लगाया. जिसके बाद से उन्हें तेज बुखार चढ़ गया आंखों में जलन होने लगी. मेटरनिटी विंग में 71 प्रसूताओं सहित सात गर्भवती भर्ती हैं. अभी उसने लगभग 50 को है कि इंजेक्शन लगाया था. इस दौरान एक के बाद एक प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद से प्रसूताओं के साथ मौजूद तीमारदारों ने हड़कंप मच गया.

तीमारदारों ने टीका लगा रही नर्स को पकड़ कर उससे आई कार्ड मांगा. जिसके बाद वो आई कार्ड नहीं दिखा पाई. इसके बाद तीमारदारों ने एक कक्ष में नर्स को बंद कर दिया. हंगामा शुरू होते देख इमरजेंसी में ड्यूटी में लगे चिकित्सक सहित अन्य स्टाफ भाग खड़े हुए. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया.

डॉक्टर ने क्या बताया

डॉक्टर साधना पांडे ने बताया कि प्रसूताओं को सुई लगी थी. जिसके बाद से उन्हें थोड़ा सा फीवर हुआ और कंपकंपी लगी. जिसके बाद उन्हें जो ट्रीटमेंट दिया जाना था वो दिया गया है. इस समय सारे पेशेंट सही है. डॉक्टर से इस सवाल पर कि कौन सा इंजेक्शन दिया गया था. उन्होंने बताया कि रात की दो ड्यू डोसेज होती है. एनाल्जेसिक और एंटीबायोटिक होते हैं. वही इंजेक्शन थी. इस इंजेक्शन लगने के बाद से कुछ पेशेंट को दिक्कत हुई कुछ को नहीं हुई. प्रसूताओं के तीमारदारों ने इतना हल्ला किया कि वह घबड़ा गई. इंजेक्शन से कोई दिक्कत नहीं हुई.

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सीओ कोतवाली  ने क्या बताया

एक प्रसूता के तीमारदार रोहित गुप्ता ने बताया कि 29 तारीख की रात में 8:30 बजे मेरी वाइफ की डिलीवरी हुई और उसे लड़का पैदा हुआ. फिर उसको एडमिट किया गया. यहां के स्टाफ ने हमसे 5000 हजार रुपए लिया तब हमें बच्चे को दिया. आज हमारी पत्नी को इंजेक्शन लगा है. उसकी 10 मिनट के बाद मेरी पत्नी को ठंड लगने लगा और वो कांपने लगी. जिसके बाद हमने उसे एक कंबल ओढ़ाया. ऐसा ही हाल वहां मौजूद कई प्रसूताओं का था. जिसकी वजह से अस्पताल में हड़कंप मच गया था. सीओ कोतवाली जगत नारायण कन्नौजिया ने बताया कि इंजेक्शन लगने से रिएक्शन होने पर मरीजों की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली थी .जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि किसी ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है.

रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर

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