ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में पद्मश्री दिलीप तिर्की से लेकर अमित रोहिदास और नीलम संजीव खेस तक कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. पहले ओडिशा में हॉकी का खेल था, खिलाड़ी थे, लेकिन बुनियादी ढांचा नहीं था, जो कुछ भी था वह अभ्यास के लिए ही उपयोगी था. सूबे में वर्ष 2010 से हॉकी क्रांति शुरू हुई है. इसे लेकर भुवनेश्वर में एक हॉकी स्टेडियम बनाया गया था, जो कि कलिंग स्टेडियम के नाम से जाना जाता है.
राज्य सरकार ने इंडियन हॉकी लीग में इसी वर्ष कलिंग लांसर्स नाम से एक फ्रेंचाइजी खरीदी है. वर्ष 2014 में कलिंग स्टेडियम में पहली अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट चैंपियंस ट्रॉफी-2014 का आयोजन किया गया. इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन ने 2018 हॉकी विश्व कप का मार्ग प्रशस्त किया. अंतत: हॉकी इंडिया के प्रस्ताव को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए राज्य सरकार ने 2018 विश्व कप के आयोजन से एक नया आयाम जोड़ा. साथ ही ओडिशा को लगातार दूसरी बार विश्व कप की मेजबानी का अधिकार मिला. वर्तमान कलिंग स्टेडियम में हॉकी इंडिया लीग, चैंपियंस ट्रॉफी, हॉकी विश्व कप, जूनियर हॉकी विश्व कप, प्रो लीग सहित कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किये जाते हैं.
विश्व कप के इतिहास में, विश्व कप के एक स्थान पर दो बार आयोजित होने का कोई मिसाल नहीं है. लेकिन पहली बार वर्ल्ड कप का आयोजन लगातार दूसरी बार ओडिशा में हो रहा है. राउरकेला में नये स्टेडियम का निर्माण आयोजकों के लिए एक बड़ी चुनौती थी. स्टेडियम 15 महीने के भीतर बन कर तैयार हुआ है. हॉकी अभ्यास मैदान और हॉकी गांव इस स्टेडियम से जुड़ा है. इसमें जिम, स्विमिंग पूल, हाइड्रोथैरेपी जैसी कई आधुनिक सुविधाएं हैं. एक दिन किसी ने नहीं सोचा था कि सुंदरगढ़ में हॉकी वर्ल्ड कप होगा. लेकिन यह हॉकी के प्रति प्यार और समर्पण ही है, जिसने इसे हकीकत बनाया है. यह न केवल सुंदरगढ़, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का स्थान बन गया है. हॉकी नये ओडिशा की पहचान बन गयी है.
एफआइएच पुरुष हॉकी विश्व कप का 2023 संस्करण राउरकेला और भुवनेश्वर दोनों जगहों पर आयोजित किया जा रहा है. इसलिए, इस पर कुल 1098.40 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. खेल और युवा सेवा मंत्री तुषारकांति बेहरा ने विधानसभा में इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि 2023 पुरुष हॉकी विश्व कप के प्रबंधन के लिए 75 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. वहीं, अधोसंरचना के निर्माण एवं सुधार पर 1023.40 करोड़ खर्च किये गये हैं. बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम के निर्माण पर 875.78 करोड़ खर्च किये गये हैं.
राज्य सरकार ने 2023 विश्व कप को यादगार बनाने की योजना बनायी थी. इससे पहले हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन सिर्फ एक शहर में होता था. लेकिन, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घोषणा की कि इस बार विश्व कप भुवनेश्वर और राउरकेला दोनों जगहों में आयोजित किया जायेगा. इसके लिए राउरकेला में पूरी तरह से नया हॉकी स्टेडियम बनाया गया. इस तरह से हॉकी वर्ल्ड कप के इतिहास में इस बार कई नयी चीजें देखने को मिली हैं. पहला दो शहरों में विश्व कप की मेजबानी करना व दूसरा विश्व कप के लिए पूरी तरह से नये स्टेडियम का निर्माण है. इसी तरह तीसरा हॉकी विलेज बिरसा मुंडा स्टेडियम में हॉकी खिलाड़ियों के ठहरने के लिए बनाना है. कॉमन वेल्थ खेलों, ओलिंपिक और एशियन गेम्स में खिलाड़ियों के ठहरने के लिए ऐसे खेल गांव बनाये जाते हैं.
इस वर्ल्ड कप में 16 टीमों के साथ 44 मैच खेले जायेंगे. राउरकेला में 20 और भुवनेश्वर में फाइनल सहित 24 मैच खेले जाने हैं. पूल ए में ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका, पूल बी में बेल्जियम, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, जापान, पूल सी में नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, मलेशिया, चिली और पूल डी में भारत, इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स शामिल हैं. वर्ल्ड कप 13 जनवरी से शुरू होकर 29 जनवरी को खत्म होगा.
स्टार ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह को भारत की 18 सदस्यीय विश्व कप टीम की कमान सौंपी गयी है. ओडिया डिफेंडर अमित रोहिदास को उप-कप्तान नियुक्त किया गया है. टीम में दो ओडिया खिलाड़ी हैं. वे हैं अमित और नीलम संजीव खेस. इनका घर सुंदरगढ़ जिले के सउनामुरा व कादोबाहाल में है.