ओडिशा से कोलकाता के लिए फ्री बस सेवा शुरू, जानें कब तक रहेगी यह व्यवस्था
ओडिशा ट्रेन हादसे के कारण मानों एक त्रासदी आ गई हो. एक ओर जहां लोग अपनों के जाने के गम में डूबे हैं. वहीं, इलाके में जन जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया. इधर ट्रेन सेवा बाधित होने के मद्देनजर ओडिशा सरकार की ओर से फ्री बस सेवा शुरू की गई है. हालांकि, यह सेवा निश्चित समय के लिए ही होगी.
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे ने कई लोगों की जिंदगी तहस-नहस कर दी है. इलाके मेें जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, सरकार स्थिति को सामान्य करने में जुटी है. इसी बीच ओडिशा सरकार ने ओडिशा से कोलकाता तक के लिए फ्री बस सेवा बहाल की है.
पुरी, भुवनेश्वर और कटक से मिलेगी बसें
बहनागा ट्रेन त्रासदी के कारण ट्रेन सेवाओं के बाधित होने के कारण ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने फ्री बस सेवा देने का फैसला लिया. जिसके बाद सरकार ने पुरी, भुवनेश्वर और कटक से कोलकाता के लिए मुफ्त बस सेवा की घोषणा की है.
ट्रेन सेवाओं की बहाली सामान्य होने तक रहेगी यह व्यवस्था
ओडिशा सीएमओ की ओर से बताया गया कि मुफ्त बस सेवा के लिए पूरा खर्च मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन किया जाएगा. यह व्यवस्था तब तक रहेगी, जब तक बालेश्वर मार्ग पर ट्रेन सेवाओं की बहाली सामान्य नहीं हो जाती है.
In view of disruption of train services caused by #Bahanaga train tragedy, CM @Naveen_Odisha has announced free bus service to Kolkata from Puri, Bhubaneswar & Cuttack. The entire cost will be borne from Chief Minister's Relief Fund & arrangement will continue till restoration of…
— CMO Odisha (@CMO_Odisha) June 4, 2023
मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी ओडिशा सरकार
बता दें कि इससे पहले, ओडिशा सीएमओ की ओर से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की गई. ओडिशा सीएमओ ने बताया कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे में राज्य के मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए एक-एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है. जानकारी दी गई कि यह सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी.
ओडिशा रेल हादसे में 288 लोगों की मौत
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में बाहनगा बाजार स्टेशन के पास हुए भीषण हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं 1,100 से अधिक यात्री घायल बताए जे रहे हैं, इनमें से कई ऐसे भी हैं, जिनकी स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है.