Loading election data...

ओडिशा की शिक्षाविद् डॉ किशोरी दास की पहल, गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय को सौंपा 10 लाख रुपए का चेक

डॉ परशुराम मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन, संबलपुर की पूर्व प्राचार्य किशोरी दास ने यह रकम उन रिसर्च स्कॉलर के लिए दान किया है, जो आर्थिक संकट के कारण रिसर्च नहीं कर पाते हैं. गंगाधर मेहेर कॉलेज से पढ़ाई करनेवाली डॉ किशोरी दास समाजसेवा के कार्य से भी जुड़ी रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 13, 2023 12:55 PM

राउरकेला के नयाबाजार स्थित बीएड कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ किशोरी दास ने गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय को दस लाख रुपये का दान किया है. डॉ परशुराम मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन, संबलपुर की पूर्व प्राचार्य किशोरी दास ने यह रकम उन रिसर्च स्कॉलर के लिए दान किया है, जो आर्थिक संकट के कारण रिसर्च नहीं कर पाते हैं. गंगाधर मेहेर कॉलेज से पढ़ाई करनेवाली डॉ किशोरी दास समाजसेवा के कार्य से भी जुड़ी रही हैं. अक्सर वे शिक्षा के क्षेत्र में कार्य व गतिविधियां आयोजित करती हैं. सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें मिली रकम से उन्होंने यह रकम दान की है. डॉ किशोरी दास ने कहा कि जो स्कॉलरशिप पाते हैं, उनकी संख्या काफी कम है. आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की संख्या काफी अधिक है. ओडिशा में ऐसे कई बच्चे हैं, जो अच्छा पढ़ते हैं, खासकर लड़कियां. ऐसे बच्चे हैं, जो रिसर्च करना चाहते हैं, लेकिन इसकी फीस काफी ज्यादा है, जिसे वे वहन नहीं कर पाते. लिहाजा, मैंने यह सोचा कि यह रकम दान किया जाये, ताकि इसके ब्याज से ऐसे बच्चों को सहयोग मिल सके. जो बच्चे अच्छा पढ़ते हैं और उन्हें कहीं से सहयोग नहीं मिल रहा है, तो उसे इसका लाभ मिलेगा. तीन साल तक यह सहयोग मिलेगा.

  • सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद मिली राशि से उन्होंने दान की यह रकम

  • यह रकम उन रिसर्च स्कॉलर के लिए दान किया है, जो आर्थिक संकट के कारण रिसर्च नहीं कर पाते हैं

  • डॉ किशोरी दास ने जिस विवि से की पढ़ाई, उसे दान की रकम

Also Read: Odisha Top News: 10 और 11 नवंबर को मोटे अनाज पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए ओडिशा तैयार

इतनी बड़ी रकम दान देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे पेंशन मिल रही है. पैसे का क्या करूंगी जब मेरी मौत हो जायेगी और खाते में 10-20 लाख रुपये रह गये, तो क्या होगा. समाज ने जो कुछ दिया है उसे कुछ लौटा पाने का एक प्रयास भर है. पैसे से ज्यादा अहमियत मेरे लिए काम है. हम साधारण परिवार से हैं. पैसे बहुत ज्यादा मायने नहीं रखते हैं. इस राशि से जरूरतमंद को मदद मिलेगी, यह बड़ी बात होगी.

Also Read: Asian Games 2023: ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम को पांच लाख रुपये देने का किया ऐलान

Next Article

Exit mobile version