ओडिशा के किसान कर रहे आत्महत्या, नवीन पटनायक सरकार की नहीं खुल रही नींद, बोले महेश्वर साहू
ओडिशा के जाजपुर जिले के धर्मशाला, नयागढ़ जिले के रणपुर और बलांगीर जिले के लुइसिंगा अंचल के तीन किसान बारिश की कमी के कारण धान की फसल के नुकसान के कारण आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए हैं.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष महेश्वर साहू ने राज्य सरकार से धान मंडी को तुरंत खोलने और मंडियों में कटाई पर रोक लगाने का आह्वान किया है. वे शनिवार को भाजपा जिला कार्यालय में मीडिया कर्मियों से मुखातिब थे. उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से देश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कई किसान कल्याण योजनाएं शुरू की गयी है. इन योजनाओं से जहां सभी राज्यों को फायदा हो रहा है, वहीं ओडिशा के किसानों को नुकसान हो रहा है, क्योंकि राज्य की सत्ता 23 साल से भी ज्यादा समय से एक अक्षम सरकार के हाथों में है. जिससे राज्य के किसान जहां आत्महत्या करने पर मजबूर हैं. वहीं राज्य सरकार की कुंभकर्णी नींद खुल नहीं रही है. यह सरकार व्यापक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राज्य के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लागू की गयी. कल्याणकारी योजना को सत्ताधारी दल, राजनेता, नेता, मंत्री और विधायकों द्वारा बाधित किया जा रहा है, ताकि वास्तविक लाभार्थियों को इसका सफल कार्यान्वयन नहीं मिल सके. राज्य सतर्कता विभाग ने रिपोर्ट दी है कि बालेश्वर रेमुना बीजद विधायक ने अनाज खरीद मशीन के जरिये अपनी कंपनी से करोड़ों रुपये का गबन किया है. लेकिन दुर्भाग्य है कि प्रदेश की यह निकम्मी सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
-
राउरकेला दौरे पर भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष महेश्वर साहू ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
-
ओडिशा सरकार पर लगाया केंद्र की किसान कल्याण योजनाओं को लागू नहीं करने का आरोप
-
राज्य में धान मंडी खुलने में विलंब पर जताया रोष, तुरंत मंडी खोलने की रखी मांग
ओडिशा के सभी प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज का वादा अधूरा
इसके अलावा साहू ने कृषि एवं सहकारिता मंत्री के विधानसभा क्षेत्र आठगढ में धांधली होने का आरोप लगाया. राज्य की नवीन पटनायक सरकार के शासनकाल में जब कृषि योग्य भूमि पर सिंचाई की व्यवस्था नहीं हो पायी, तो कोल्ड स्टोरेज की बात न ही की जाये तो बेहतर है. राज्य सरकार ने सभी प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज बनाने की घोषणा की थी, लेकिन वह आज महज घोषणा बन कर रह गयी है. राज्य में 112 कोल्ड स्टोरेज में से केवल 8 चालू हैं. इस सरकार के किसान विरोधी रवैये और भ्रष्टाचार के कारण किसान परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं.
Also Read: ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में फसल बचाने के लिए अधिक कीमत पर यूरिया खरीदने को मजबूर हैं किसान
धान मंडियों में बंद हो मिलर्स की दादागिरी
इस नवंबर में, जाजपुर जिले के धर्मशाला, नयागढ़ जिले के रणपुर और बलांगीर जिले के लुइसिंगा अंचल के तीन किसान बारिश की कमी के कारण धान की फसल के नुकसान के कारण आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए हैं. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों से राज्य की सभी धान मंडियों को खोलने की अपील की है. राज्य की धान मंडियों में धान की कंटनी-छंटनी को हमेशा के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया जाए और धान मंडियों में मिलर्स की दादागिरी बंद करें. भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष महेश्वर साहू के साथ प्रदेश प्रवक्ता धीरेन सेनापति, पानपोस संगठन की जिला अध्यक्ष लतिका पटनायक, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हलपानी माझी, प्रदेश सचिव विक्रम केशरी रौतराई, जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष शुकदेव प्रधान उपस्थित थे.
Also Read: ओडिशा में सिंचाई के लिए जल कर चुकाने के बाद भी पानी नहीं मिलने से किसान निराश