ओडिशा सरकार ने मंदिरों के पुनर्विकास के लिए 42.51 करोड़ रुपये की मंजूरी दी, यहां देखें पूरी लिस्ट
पुनर्निर्माण होने वाले 26 मंदिरों में से पोलासरा ब्लॉक में 300 साल पुराना मर्दा मंदिर भी है, जिसे शरण श्रीक्षेत्र के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में 1733 से 1735 तक पुरी जगन्नाथ मंदिर के देवताओं को रखा गया था।
ओडिशा सरकार ने गंजम जिले में 26 प्राचीन मंदिरों के पुनर्विकास के लिए 42.51 करोड़ रुपये की मंजूरी दी. यह जानकारी गुरूवार को एक अधिकारी ने दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के गृह क्षेत्र गंजम में बेरहामपुर को छोड़कर 13 विधानसभा क्षेत्रों में से 12 में स्थित प्राचीन मंदिरों का नवीनीकरण, जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण इसी राशि से किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि निर्माण विभाग इस परियोजना को अमल में ले कर आएगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने जनता की मांग के मद्देनजर पुराने और ऐतिहासिक मंदिरों के नवीनीकरण और बुनियादे ढांचे के विकास के लिए सरकार से सिफारिश की थी। इससे पहले सरकार ने जिले के 997 गांवों के मंदिरों को नया रूप देने के लिए 48.97 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।
300 साल पुराने मर्दा मंदिर का भी होगा जीर्णोद्धार
सहायक मुख्य अभियंता (कार्य) दुर्गा चरण बेहरा ने कहा, परियोजनाओं के निष्पादन के लिए निविदाएं प्रक्रिया में हैं। उन्होंने बताया कि इन 26 मंदिरों में से पोलासरा ब्लॉक में 300 साल पुराना मर्दा मंदिर भी है, जिसे शरण श्रीक्षेत्र के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में 1733 से 1735 तक पुरी जगन्नाथ मंदिर के देवताओं को रखा गया था। सरकार ने एक अलग योजना के तहत बेहरामपुर में प्रसिद्ध मां बूढ़ी ठकुरानी मंदिर का जीर्णोद्धार करने का भी निर्णय लिया है।अधिकारी के मुताबिक, सरकार ने पंचायतों को ‘अमा ओडिशा नबीन ओडिशा‘ योजना के तहत मंदिर के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए भी कहा है, जिसके लिए प्रत्येक पंचायत के लिए 50 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
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