बामड़ा. ट्रेनों के ठहराव की मांग पर रेल रोको आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब चार मार्च को दक्षिण-पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल के गरपोष स्टेशन पर रेल संघर्ष समिति ने रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है. शुक्रवार शाम को गरपोष पंचायत समिति के सम्मेलन कक्ष में संघर्ष समिति अध्यक्ष सदानंद कुजूर की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक हुई. इसमें रेल रोको आंदोलन पर चर्चा हुई और जोरदार तरीके से ऐतिहासिक आंदोलन करने का निर्णय लिया गया.
शनिवार को संघर्ष समिति के सदस्यों ने बाइक रैली निकाल कर गांव-गांव में घूमकर लोगों को आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया. चक्रधरपुर रेल मंडल के असिस्टेंट कॉमर्शियल मैनेजर ने गरपोष रेल संघर्ष समिति के सचिव को पत्र लिख कर 3-4 लोगों के एक शिष्ट मंडल को 27 फरवरी को समाधान का रास्ता ढूंढ़ने के लिए सुबह 11.30 बजे चक्रधरपुर रेल मंडल कार्यालय में मिलने को बुलाया है.
दक्षिण-पूर्व रेलवे ने पोसैता स्टेशन में पांच जोड़ी ट्रेनों के अस्थायी ठहराव को मंजूरी दी है. शनिवार 25 फरवरी से ट्रेनों का ठहराव शुरू हो गया है. 8 मार्च तक पोसैता में ट्रेनें रुकेंगी. अब देश-विदेशों से लाखों लोगों का रेल मार्ग से विश्व कल्याण आश्रम में आगमन होगा. ट्रेनों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये रेलवे ने तैयारी की है. आपको बता दें कि इससे पहले बामड़ा में 9 जोड़ी ट्रेनों के ठहराव के लिए महा रेल रोको आंदोलन किया गया था. इस आंदोलन से कई ट्रेनों को रद्द भी करना पड़ा था तो कई के रूट को डायवर्ट करना पड़ा था.
1. दुर्ग-राजेंद्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस
2. पुरी-योगनगरी ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस
3. हावड़ा-जगदलपुर संबलेश्वरी एक्सप्रेस
4. टाटा-एर्नाकुलम-टाटा एक्सप्रेस
5. शालीमार-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस