ओडिशा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, माओवादी कैंप से भारी मात्रा में गोला-बारूद व नक्सली साहित्य बरामद
नुआपड़ा एसपी जीआर राघवेंद्र ने शनिवार को बताया कि ओडिशा पुलिस एसओजी, डीवीएफ एवं सीआरपीएफ के साथ क्षेत्र में 17 अगस्त से ही सर्च ऑपरेशन चला रही है. उन्होंने सिनीपाली थाना अंतर्गत झोलापड़ा गांव के पास एक माओवादी कैंप का पता लगाया.
भुवनेश्वर: ओडिशा-छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती नुआपड़ा जिले में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने एक माओवादी कैंप का पता लगाया है. सुरक्षाकर्मियों के वहां पहुंचने की सूचना मिलते ही माओवादी कैंप छोड़ कर भाग गए. इस कैंप से भारी मात्रा में गोला-बारूद व माओवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बरामद की गयी है. इस क्रम में नक्सली साहित्य, पोशाक, डेटोनेटर, विस्फोटक, तार व अन्य सामग्री बरामद की गयी है. नुआपड़ा एसपी जीआर राघवेंद्र ने शनिवार को बताया कि ओडिशा पुलिस एसओजी, डीवीएफ, सीआरपीएफ के साथ क्षेत्र में 17 अगस्त से ही सर्च ऑपरेशन चला रही है.
ओडिशा पुलिस को मिली सफलता
नुआपड़ा जिला पुलिस के मुताबिक सुरक्षा बलों द्वारा इस इलाके में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा था. ओडिशा पुलिस की एसओजी, डीवीएफ तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान यह सफलता मिली. अभियान के दौरान सिनापाली थाना क्षेत्र के जंगल में एक माओवादी कैंप के बारे में जानकारी मिली. वहां से माओवादी साहित्य, नक्सलियों की पोशाक, डेटोनेटर, विस्फोटक, तार व अन्य सामग्री बरामद हुई है. इसके बाद इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
Also Read: ओडिशा में 6 जगह 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश, आइएमडी ने 18 जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट
17 अगस्त से क्षेत्र में चलाया जा रहा है सर्च ऑपरेशन
नुआपड़ा एसपी जीआर राघवेंद्र ने शनिवार को बताया कि ओडिशा पुलिस एसओजी, डीवीएफ एवं सीआरपीएफ के साथ क्षेत्र में 17 अगस्त से ही सर्च ऑपरेशन चला रही है. उन्होंने सिनीपाली थाना अंतर्गत झोलापड़ा गांव के पास एक माओवादी कैंप का पता लगाया. वहां से डेटोनेटर, यूनिफॉर्म, विस्फोटक सामग्री, एके-47 के खाली खोखे व अन्य सामग्री बरामद हुए हैं.
Also Read: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सिर पर ‘अमृत कलश’, ओडिशा में लोगों को दिलाया ‘पंच प्रण’
नक्सली अभियान होगा और तेज
नुआपड़ा एसपी जीआर राघवेंद्र ने कहा कि माओवादी कैंप में 20-25 नक्सली थे, जो सुरक्षाबलों की आहट पर फरार हो गये. सीआरपीएफ कमांडेंट ने कहा कि सीआरपीएफ 19वीं बटालियन, 207 कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्सशन (कोबरा) और 216 बटालियन नुआपड़ा जिले में तैनात की गयी है और पुलिस के साथ मिल कर नक्सल विरोधी ऑपरेशन चलाये जा रहे हैं. हम वहां अपना अभियान और तेज कर रहे हैं.
Also Read: तीन साल में एक लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ेगी ओडिशा सरकार, 385 करोड़ रुपये होंगे खर्च