Odisha Top 5 News: भुवनेश्वर के लोकसेवा भवन में आग, विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा
विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा में पहली पाली की बैठक में कोई कामकाज नहीं हो सका. विपक्षी भाजपा विधायकों ने अपने विधायकों पर निलंबन हटाने तथा मुख्यमंत्री द्वारा विपक्ष के लिए बोले गये जन विरोधी शब्द को हटाने के लिए सदन में हंगामा किया.
भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन में आग लगने की सूचना है. भवन के राजस्व विभाग के कार्यालय में आग लगी है. इस बारे में सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया है. शार्ट सार्किट के कारण आग लगने की बात कही जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसमें सरकारी दस्तावेजों को नुकसान नहीं हुआ है.
विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा, नहीं चला प्रश्नकाल व शून्यकाल
विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा में पहली पाली की बैठक में कोई कामकाज नहीं हो सका. विपक्षी भाजपा विधायकों ने अपने विधायकों पर निलंबन हटाने तथा मुख्यमंत्री द्वारा विपक्ष के लिए बोले गये जन विरोधी शब्द को हटाने के लिए सदन में हंगामा किया. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को मंगलवार को चार बजे तक स्थगित करने की घोषणा की. मंगलवार को सुबह साढे दस बजे निर्धारित कार्यसूची के अनुसार सदन की कार्यवाही शुरु हुई. तय कार्यसूची के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरु करना चाहा. तभी भाजपा विधायकों ने अपने विधायकों पर निलंबन हटाने तथा मुख्यमंत्री द्वारा विपक्ष के लिए बोले गये जन विरोधी शब्द को हटाने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. भाजपा विधायक सदन के बीच में आ गये तथा हंगामा करने लगे. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शाम के चार बजे तक स्थगित करने की घोषणा की.आज सदन में प्रश्नकाल व शून्यकाल का कार्यक्रम नहीं हो सका.
कैपिटल अस्पताल में ‘शिशु बदलने’ का मामला, डीएनए जांच के लिए लिए गए ब्लड सैंपल
ओडिशा के एक सरकारी अस्पताल में हाल में नवजात शिशु को बदले जाने के आरोप के बीच डीएनए परीक्षण के लिए सोमवार को एक महिला और एक सप्ताह की बच्ची के रक्त के नमूने एकत्र किये गये. महिला के परिवार ने आरोप लगाया था कि उन्हें लड़का हुआ था, जिसे बदलकर लड़की दे दी गयी. कैपिटल अस्पताल के उपाधीक्षक धनंजय दास ने कहा कि डीएनए परीक्षण राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफसीएल) में किया जायेगा. केंद्रपाड़ा जिले के प्राणकृष्ण बिस्वाल ने 26 सितंबर को अस्पताल अधिकारियों और पुलिस को शिकायत दी कि उनकी पत्नी ने पिछली रात एक लड़के को जन्म दिया था, लेकिन उसकी जगह लड़की दी गयी. बिस्वाल ने दावा किया था कि उन्हें एक अटेंडेंट ने लड़के के जन्म के बारे में बताया था. शिकायत के बाद अस्पताल ने जांच की, जिसमें पाया गया कि संबंधित अटेंडेंट ने भूलवश परिवार को गलत जानकारी दी थी. अधिकारियों ने बिस्वाल के परिवार को लड़के के जन्म के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में महिला अटेंडेट को निलंबित कर दिया है. दास ने कहा कि बिस्वाल जांच निष्कर्षों से सहमत नहीं थे. एक स्थानीय अदालत के आदेश के बाद सच्चाई का पता लगाने के लिए डीएनए मिलान के लिए उनकी पत्नी और बच्ची के नमूने एकत्र किये गये हैं. बिस्वाल ने कहा कि वह डीएनए परीक्षण के नतीजे को स्वीकार करेंगे.
ओडिशा के केंद्रपाड़ा की मिठाई ‘रसबली’ को जीआई टैग मिला
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में श्री बालादेवजेव मंदिर के देवताओं को चढ़ाये जाने वाले मीठे प्रसाद, ‘रसबली’ ने भौगोलिक संकेत (जीआइ) टैग अर्जित कर लिया है. सूत्रों के अनुसार केंद्रपाड़ा में ‘रसबली निर्माता संघ’ ने 2021 में राज्य की मूल विनम्रता के रूप में जीआइ टैग के लिए केंद्र का रुख किया था. राज्यसभा सांसद सुभाष सिंह के नेतृत्व में ओडिशा के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री के साथ इस मामले को उठाया था. वाणिज्य एवं उद्योग पीयूष गोयल से मुलाकात की और इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा.सूत्रों ने कहा कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत बौद्धिक संपदा भारत ने मंगलवार को ‘रसबली’ को जीआइ प्रमाणपत्र जारी किया है. ‘रसबली’ एक जटिल प्रक्रिया से तैयार की जाती है. इसकी सामग्री में पनीर, घी, दूध और हरी इलायची शामिल हैं. कुशल हलवाई ही स्वादिष्ट व्यंजन तैयार कर सकते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार श्री बालादेवजेव मंदिर में ‘रसबालि’ चढ़ाने की प्रथा राजा अनंगभीम देव के शासनकाल के दौरान शुरू हुई थी. इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण अब यह मिठाई पूरे केंद्रपाड़ा शहर में उपलब्ध है.