ओडिशा के बालासोर में बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को हुए भयानक तिहरे ट्रेन हादसे से पश्चिम बंगाल के लोग स्तब्ध हैं. पूरा राज्य गम में डूबा हुआ है. इस हादसे में पश्चिम बंगाल के कम से कम 35 लोगों की मौत हो गयी और 544 लोग घायल हुए हैं. मृतकों की पहचान करने का प्रयास जारी है. आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
राज्य सचिवालय ने जारी किया आंकड़ा
राज्य सचिवालय की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में बताया गया है कि मृतकों में 35 की पहचान बंगाल के निवासी के रूप में हुई है. घायलों में 544 लोग बंगाल के हैं. इनमें 25 लोगों को ओडिशा और 11 लोगों को पश्चिम बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है. रिलीज में बताया गया है कि ट्रेन हादसे के बाद बंगाल सरकार राहत और बचाव के लिए पूरी ताकत से जुटी हुई है. अब तक 70 एंबुलेंस को मौके पर भेजा गया है. इसके अलावा 34 डॉक्टर भी भेजे गये हैं. घायलों को सुरक्षित वापस लौटाने के लिए 10 बसें भी बालासोर रवाना हुई हैं. चिकित्सा सामग्री लेकर 20 मिनी ट्रक भी बालासोर के लिए रवाना हुए हैं.
बंगाल सरकार ने दी जानकारी
राज्य सरकार की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक, अभी तक 20 एंबुलेंस के जरिये 120 यात्रियों को बंगाल लाया गया है. इनमें से 11 लोगों को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है. मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पांच लोगों को भर्ती किया गया है. जबकि घाटाल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में छह लोग भर्ती किए गये हैं. घायलों में से दो लोगों को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद छोड़ दिया गया.
मौके पर पहुंची हैं बंगाल की आपदा प्रबंधन टीमें
राज्य सरकार की आपदा प्रबंधन की दो टीमें मौके पर पहुंची हैं. राज्य के चार आइएएस, चार डिप्टी मजिस्ट्रेट और एक एसडीपीओ को बालासोर भेजा गया है जो राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. सचिवालय में कंट्रोल रूम खोला गया है जिसकी देखरेख आइएएस अधिकारियों को सौंपी गयी है.
1200 से ज्यादा यात्रियों और घायलों को लाया गया हावड़ा
उधर, शनिवार को बालासोर से तीन ट्रेनों के जरिये 1200 से ज्यादा यात्रियों और घायलों को हावड़ा लाया गया. हावड़ा स्टेशन पर 50 से ज्यादा मामूली रूप से घायल लोगों का इलाज किया गया.