ओडिशा रेल हादसा : गांडेय के तीन युवक पहुंचे घर, आपबीती सुनाते हुए भावुक
ओडिशा ट्रेन हादसे का शिकार हुए गांडेय के तीन युवक वापस घर पहुंचे हैं. जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली. घर पहुंचने के बाद आपबीती सुनाते हुए युवक भावुक हो गये. उनके आंखोंदेखा हाल की कहानी रूह कंपा देने वाली है.
गांडेय (गिरिडीह). ओडिशा के बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट में गांडेय प्रखंड के कुसुम्भा, जियनपुर और लोहारी गांव के आधा दर्जन युवकों के घायल होने की सूचना के बीच रविवार को लोहारी गांव के तीन युवक वापस अपने घर पहुंचे. तीनों युवकों को सलामत देख परिजनों ने राहत की सांस ली है.
बालासोर-हावड़ा स्पेशल ट्रेन से मधुपुर स्टेशन पर उतरने के बाद रविवार सुबह को लोहारी आये राजेंद्र साव (पिता मनी साव) ने बताया कि वह बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से वह घर आ रहा था. उसके साथ जियनपुर निवासी गुलटेन तुरी, कुसुम्भा निवासी कुंदन ठाकुर व जीतन ठाकुर भी थे. सभी जेनरल बोगी में सवार थे. खड़गपुर से पहले बालासोर के समीप अचानक जोरदार आवाज हुई. लोग कुछ समझ पाते इससे पहले चीख पुकार मच गयी.
हवा में उड़कर बोगी दूर जा गिरी
बात करते-करते हुए वह भावुक हो गया. कहा कि जिस बोगी में वे लोग सवार था, वह हवा में पटखनी खाते हुए रेलवे ट्रैक से दूर जा गिरा. अचानक हुई घटना से सभी हतप्रभ थे. उसे व जियनपुर के गुलटन तुरी को हल्की चोट आयी. वहीं, कुसुम्भा निवासी कुंदन बुरी तरह जख्मी हो गये. उन्हें खींचकर बाहर निकाला. तब तक पूरा क्षेत्र रोने-बिलखने की आवाज से गूंज उठा. करीब डेढ़-दो घंटे के बाद पुलिस आयी और एंबुलेंस के माध्यम से लोगों को अस्पताल पहुंचाने लगी. इस क्रम में उसे भी बालासोर अस्पताल ले जाया गया. वहीं उसे दवा दी गयी. कुंदन को ज्यादा चोट लगी थी. बालासोर अस्पताल के बाद उसे कहां ले जाया गया, पता नहीं चल सका. इसके बाद वह बालासोर-हावड़ा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन के माध्यम से शनिवार रात मधुपुर रेलवे स्टेशन में उतरा रविवार की सुबह अपने घर आ गया.
यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस की पीछे की चार बोगी हुई अलग
ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे से बचकर घर पहुंचे लोहारी निवासी मंटू सिंह (पिता वासुदेव सिंह) व बबलू तुरी (पिता रामू तुरी) ने बताया कि बेंगलुरु से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस से दोनों घर वापस आ रहे थे. दोनों स्लीपर बोगी में सवार थे. विशाखापत्तनम स्टेशन में बोगी चेंज हो गयी. इसके कारण उनकी बोगी आगे हो गयी. इस दौरान ओडिशा के बालासोर के समीप जोरदार आवाज हुई, पर उनलोगों को कुछ पता नहीं चला. कुछ समय बाद ट्रेन खड़गपुर से करीब दो किमी पीछे रुक गयी. वहां पता चला कि ट्रेन की चार बोगी अलग हो गयी है. बाद में घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां अफरा-तफरी मची हुई थी. चीख-पुकार से इलाका गूंज रहा था. इधर-उधर लाशें पड़ी थीं. कुछ लोग कराह रहे थे. पुलिस राहत में लगी थी. बाद में पता चला कि जिस ट्रेन में वे लोग सवार था उसकी चार बोगी (जेनरल, विकलांग समेत दो अन्य बोगी) में जोरदार टक्कर हुई थी. इससे चारो बोगी अलग हो गयी थी. दोनों के सलामत घर वापसी से परिजनों ने राहत की सांस ली है.