ओडिशा ट्रेन हादसा : मोबाइल देख रहा था, तभी तेज झटका लगा और पलट गयी बाेगी, धालभूमगढ़ के घायल संजय ने कही बात

ओडिशा ट्रेन हादसे में चेन्नई जा रहे पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ का संजय भुइयां घायल हो गया. बताया कि हादसे से पहले मोबाइल देख रहा था. तभी तेज झटका लगा और बोगी पलट गयी. उसके बाद कोहराम मच गया. उन्हें कमर और गर्दन में चोट लगी है. किसी तरह से घर पहुंचे हैं. यहां सीएचसी में इलाज कराने पहुंचे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2023 6:18 AM

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर के पास कोरमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत धालभूमगढ़ प्रखंड की महुलीशोल पंचायत के चोइरा निवासी संजय भुइयां भी घायल हैं. सोमवार की शाम वह इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. उन्हें कमर और गर्दन में चोट लगी है. ठीक से चल नहीं पा रहे हैं.

जनरल बोगी में सवार थे संजय

बताया कि लंबे समय से चेन्नई में कार्यरत हैं. छुट्टी में घर आने के बाद चेन्नई लौट रहे थे. उसके साथ दो साथी हुमिद चांडिल निवासी कंचन सरदार और बेलपहाड़ी (बंगाल) के सर्वजीत भुइयां थे. तीनों साथी इंजन की ओर से दूसरी जनरल बोगी में सवार थे.

मोबाइल देख रहा था, अचानक तेज झटका लगा और बोगी पलट गयी

संजय ने बताया कि एक्सीडेंट के पहले वह मोबाइल देख रहा था कि अचानक तेज झटका लगा. इसके बाद उनकी बोगी एक ओर पलट गयी. घसीटते हुए लगभग आधा किलोमीटर तक गयी. तब तक उस पर कई लोग और सामान गिर गये, जिससे वह बेहोश हो गया. बोगी का पंखा उसके सिर पर गिरा. इससे सिर में चोट लगी. किसी प्रकार बाहर निकला तो वहां का मंजर देख कर आज भी वह दहशत में है. वह सही ढंग से बोल नहीं पा रहा है.

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हादसे का दृश्य देख दहल उठा संजय

संजय ने बताया कि जब वह निकला, तो देखा कि एक यात्री की कमर के नीचे का हिस्सा पूरी तरह से कटकर अलग हो गया है. तीनों साथी एक दूसरे का नाम लेकर पुकार रहे थे. काफी खोजबीन के बाद तीनों मिले और वहां से पैदल ही सड़क की ओर चले. बोगी में ही उसका मोबाइल रह गया. कवर में उसकी टिकट और 5 हजार रुपये थे. सड़क पर आने के बाद उन्हें जाजपुर में टाटा स्टील में काम कर रहे सेफ्टी विभाग के पंकज झा मिले. उन्हें हिंदी में बात करता देख उन्होंने बुलाया तथा घटना की जानकारी ली. श्री झा ने तीनों को भद्रक स्टेशन तक अपने वाहन से छोड़ दिया और 2200 रुपये उन्हें जेब खर्च के लिए दिया. भद्रक स्टेशन पर जब उन्हें पता चला कि ट्रेन बंद है, तो ऑटो से बस स्टैंड गये. कटक-रांची बस से मोहलीशोल पहुंचे.

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