अपनों से ठुकराए बुजुर्गों का सहारा बनेगा ‘दूसरा बचपन’, 38 लाख की लागत से बनकर तैयार, सभी सुविधाएं रहेंगी बहाल
कोडरमा जिले में अब तक ओल्ड एज होम नहीं था. इस कारण घर से बाहर भटकने वाले व अपनों के द्वारा घर से निकाल दिए जाने वाले बुजुर्ग महिला-पुरुषों को सही से छत नसीब नहीं हो पा रहा था. ऐसे में ओल्ड एज होम का निर्माण कराया गया है.
कोडरमा, विकास : अपनों से खासकर परिवार के सदस्यों के द्वारा ठुकराए गए बुजुर्ग भी अब सुकून भरी जिंदगी व्यतीत कर पाएंगे. वर्षों के इंतजार के बाद जिले का पहला ओल्ड एज होम बनाकर तैयार है. जल्द ही इसकी शुरुआत होगी़ झुमरीतिलैया नगर पर्षद कार्यालय के पास बंद पड़े सरकारी स्कूल के भवन में ओल्ड एज होम का निर्माण कराया गया है. करीब 38 लाख रुपये की लागत से तैयार किए गए इस होम में बुजुर्गों की सेवा को लेकर सभी सुविधाएं बहाल की गई है. कुछ माह के अंदर ही तैयार हुए इस होम का नाम जिला प्रशासन ने दूसरा बचपन दिया है. बहुत जल्द इसका उद्घाटन महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी के हाथों कराने की तैयारी है.
ओल्ड एज होम को आकर्षक व अलग रूप देने के लिए इसकी दीवारों पर सोहराय पेंटिंग की जा रही है. जानकारी के अनुसार कोडरमा जिले में अब तक ओल्ड एज होम नहीं था़ इस कारण घर से बाहर भटकने वाले व अपनों के द्वारा घर से निकाल दिए जाने वाले बुजुर्ग महिला-पुरुषों को सही से छत नसीब नहीं हो पा रहा था़ ऐसे बुजुर्ग किसी तरह अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं इनकी जरूरतों को समझते हुए वर्षों पूर्व ओल्ड एज होम बनाने को लेकर प्रस्ताव समाज कल्याण विभाग के द्वारा आया था़ इसके लिए वर्ष 2012-13 में बकायदा 52 लाख रुपये का आवंटन जिला को प्राप्त हुआ था, पर यह राशि वर्षों से यूं ही पड़ी रही़ हाल के वर्षों में ओल्ड एज होम की जरूरत काफी महसूस की जा रही थी. इसे समझते हुए डीसी आदित्य रंजन ने पहल की और विभाग से मिले आवंटित राशि से योजना को मूर्त रूप देने का प्रयास शुरू किया गया.
आज के समय में चूंकि पूर्व की योजनानुसार नई जगह पर होम की शुरुआत उसी राशि से संभव नहीं थी़ ऐसे में नगर पर्षद कार्यालय के पास स्कूल मर्ज करने के बाद खाली पड़े विद्यालय भवन जिसमें कुछ लोग कब्जा कर रहे थे, का चयन ओल्ड एज होम के लिए किया गया़ डीसी के निर्देश पर इस भवन का कायाकल्प करते हुए ओल्ड एज होम की तमाम सुविधाएं अब यहां बहाल कर दी गई हैं बहुत जल्द इसका उद्घाटन होगा़ भवन में पूर्व से चार कमरे थे, जबकि दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण के बाद इसमें छह कमरे हो गए हैं इसमें करीब 40 बेड आएंगे.
इस होम में बुजुर्गों के रहने से लेकर खाने व मनोरंजन की सभी सुविधाएं बहाल रहेंगी़ निर्माण व पूरी व्यवस्था बनाने में करीब 38 लाख रुपये की लागत आई है़ राज्य स्तर से होम के संचालन को लेकर एनजीओ का चयन किया गया है़ ओल्ड एज होम की दीवारों व अन्य जगहों पर सोमवार को सोहराय पेंटिंग कर रही चरही हजारीबाग की अनीता देवी, मालो देवी व रुदन देवी ने बताया कि वह पिछले 25 साल से पेंटिंग कर रही है. पहले कोडरमा सर्किट हाउस, एसपी हाउस आदि में भी हम लोगों ने पेंटिंग की है.
लाइब्रेरी से लेकर खेल सामग्री तक की मिलेगी सुविधा
ओल्ड एज होम में सिर्फ नि:शुल्क रहने व खाने की व्यवस्था नहीं रहेगी़ इसके अलावा अन्य सुविधाएं बहाल की गई हैं यहां एक डाइनिंग हॉल के साथ सीटिंग एरिया, वाकिंग पाथवे, ओल्ड एज फैमली टॉयलेट का निर्माण किया गया है़ साथ ही लाइब्रेरी भी रहेगी़ यही नहीं बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए खेल सामग्री, कीर्तन का सामान व उपयोग के लिए व्हील चेयर, वॉकिंग स्टीक भी उपलब्ध रहेगा.
बलरोटांड में मॉडल आंगनबाडृी की भी होगी शुरुआत
ओल्ड एज होम के उद्घाटन में विभागीय मंत्री के संभावित आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन अन्य जगहों पर भी योजनाओं का उद्घाटन कराने की तैयारी में है़ कोडरमा के बलरोटांड में बनकर तैयार मॉडल आंगनबाड़ी की भी शुरुआत मंत्री के हाथों कराने की तैयारी है़ इसके साथ ही मंत्री नावाडीह में उत्कृष्ट सेवा के चयनीत सेविका के आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण करेंगी़ इसको लेकर विभाग स्तर से तैयारी है.
जिले का पहला ओल्ड एज होम बनकर तैयार है़ वर्षों पूर्व इसके निर्माण को लेकर फंड आया था, पर उसका उपयोग नहीं हो पाया था़ अब चूंकि निर्माण हो चुका है तो बहुत जल्द इसका उद्घाटन कर बुजुर्गों को समर्पित किया जाएगा़ होम में सभी सुविधाएं बहाल रहेंगी़
-आदित्य रंजन, उपायुक्त कोडरमा