Chaiti Chhath Puja 2023: झारखंड में लोक आस्था के महापर्व चैती छठ की धूम है. महापर्व चैती छठ का आज तीसरा दिन है. आज शाम अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया गया. राजधानी रांची समेत राज्य के सभी जिलों के विभिन्न तालाबों में छठ को लेकर भारी भीड़ देखने को मिली, जहां छठ व्रतियों ने सूर्य की उपासना की और भगवान भास्कर अर्घ्य दिया.
रांची के हटनिया तालाब, स्वामी विवेकानंद तालाब कोकर, जोड़ा तालाब बरियातू समेत विभिन्न घाटों पर चैती छठ को लेकर भारी भीड़ देखने को मिली. वहीं गिरिडीह के भी अरगाघाट छठ तालाब समेत अन्य नदी व तालाबों पर व्रतियों और उनके परिजनों का हुजूम उमड़ा. इसी तरह का नजारा लगभग पूरे राज्यभर के विभिन्न छठ घाटों में देखने को मिला.
पूरा माहौल हुआ भक्तिमय
छठ को लेकर पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. हर जगह छठ के गीत गूंज रहे हैं. अर्घ्य से पहले पूजा कमेटियों द्वारा साफ-सफाई कर घाटों को चकाचक किया गया था. सोमवार की शाम पहले अर्घ्य को लिए व्रतियां अपने परिजनों के साथ हाथों में कलश लेकर छठ घाट पहुंचीं. जिसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया.
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उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा महापर्व छठ का समापन
छठ घाटों पर लोगों के बीच चैती छठ का उत्साह देखते ही बन रहा है. डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का बाद अब 28 मार्च को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. मान्यता है कि शाम को और सुबह को सूर्य उपासना से संपन्नता आती है और श्रद्धालुओं की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है.
क्या होगा दूसरे अर्घ्य का समय
मंगलवार को सूर्योदय का समय 06.16 बजे होगा. इसी समय को उगते सूर्य को अर्घ्य यानी उषा अर्घ्य दिया जाएगा. उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रतियां अपने 36 घंटे का व्रत खोलेंगी और इस तरह से महापर्व छठ का समापन हो जाएगा.