बरेली: नैनो यूरिया के इस्तेमाल से कम लागत में तैयार होगी फसल, जानें क्या बोले इफको आंवला के निदेशक
बरेली के आंवला में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें इफको इकाई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक राकेश पुरी ने कहा कि नैनो यूरिया के उर्वरक के इस्तेमाल से किसानों को पंपरागत और व्यसायिक खेती की लागत कम होगी.
Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के आंवला में स्थित इफको इकाई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक राकेश पुरी ने कहा कि नैनो यूरिया (तरल) के उर्वरक के इस्तेमाल से किसानों को पंपरागत और व्यसायिक खेती की लागत कम होगी. इससे आय में इजाफा होगा. इफको लखनऊ के राज्य विपणन प्रबंधक एवं मुख्य वक्ता अभिमन्यु राय ने कहा कि फसलों से उन्नत पैदावार के लिए नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक के इस्तेमाल से किसानों के खेत की मिट्टी उपजाऊ होगी.
इसके साथ ही वातावरण के प्रदूषण में कमी आयेगी. यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ी पहल होगी. ड्रोन से नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक, डाई अमोनियम फास्फेट (डी.ए.पी.) तरल उर्वरक छिड़काव के प्रशिक्षण और इफको से उत्पादित तरल जैविक उर्वरक उत्पादों के बारे में किसानों को विस्तार से बताया.
किसानों को मुफ्त में बैटरी चलित स्प्रे मशीन बांटी
इफको कोरडेट ने किसानों को मुफ्त में बैटरी चलित स्प्रे मशीन बांटी. इसके साथ ही एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण में किसानों को ड्रोन के फसल पर उर्वरक के छिड़काव की जानकारी दी. इसके साथ ही करीब 250 किसानों को इफको के नैनो यूरिया (तरल ), डाई अमोनियम फास्फेट (डी.ए.पी.) तरल उर्वरक, जैविक उर्वरक और फलदार नींबू के पौधे दिए गए.
धान की फसल का बढ़ेगा उत्पादन
कोऑपरेटिव रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट (कोरडेट) के अध्यक्ष, और मुख्य अतिथि चौधरी शीशपाल सिंह ने किसानों से कहा कि बारिश के समय में आप लोग खेतों में धान की पौध लगाने में जुटे हैं. इसलिए इफको का नैनो यूरिया (तरल), डाई अमोनियम फास्फेट (डी.ए.पी.) तरल उर्वरक का प्रयोग करें. इससे फसल की उन्नत पैदावार बढ़ेगी.
यह थे मौजूद
इस दौरान कोऑपरेटिव रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट (कोरडेट) आंवला प्रभारी बंटू राम, वरिष्ठ महाप्रबंधक एससी गुप्ता, डॉ. इंदिरा राठौर, मुकेश खेतान, डॉ. आरके नायक, डॉ. राजेश गुप्ता, विपुल कुमार, अरुण शुक्ला, जनसम्पर्क अधिकारी विनीत कुमार व कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली