आगराः BBAU में एक दिवसीय ज्योति अध्यात्म शिविर का हुआ आयोजन, IPS अनीश प्रसाद ने कही ये बड़ी बात
आगराः आईपीएस अनीश प्रसाद ने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आजकल सभी की सबसे बड़ी समस्या है दूसरे क्या कहेंगे. इंसान अगर अपनी ईगो को छोड़ दे तो वह एक बड़ी व्यवस्था को प्राप्त कर सकता है. खुशी आपके अंदर है.
आगराः डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन में आईपीएस अधिकारी एवं ज्योति अध्यात्म के शोधकर्ता अनीश प्रसाद ने लोगों को ज्योति अध्यात्म और ज्योतिष पर जानकारी दी. इस कार्यक्रम का आयोजन लघु उद्योग भारती और नेशनल एस्ट्रो ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से किया गया. ज्योति अध्यात्म पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में आईपीएस अधिकारी अनीश प्रसाद ने बताया कि ज्योति अध्ययन का एक शक्तिशाली एवं नया तरीका है.
वैदिक ज्योतिष और आध्यात्म तीनों विषयों के ज्ञान को एकीकृत करता है. ज्योति अध्यात्म सरल तार्किक और बोधगम्य वैदिक समाधान बताता है. इसके लाभ शक्तिशाली एवं लंबे समय तक चलने वाले होते हैं. उन्होंने बताया कि अतिशयोक्ति नहीं होगा कि ज्योतिष अपने मूल रूप में ज्योति अध्यात्मा ही है. सेमिनार का शुभारंभ लघु उद्योग निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, समाज सेवी पूरन डाबर, डॉ. आर सी मिश्रा, वरिष्ठ प्रदेश अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, अध्यक्ष भावेश अग्रवाल, महासचिव विजय गुप्ता, संयोजक सीए नितेश गुप्ता आदि लोगों ने किया.
वेदों के स्वाध्याय से मिलता है लाभ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज्योति अध्यात्म शोधकर्ता अनीश प्रसाद ने बताया कि वेद कहते हैं कि सदाचारी बनिए वेद सीखने की जरूरत ही कॉमन सेंस है. आम जीवन ही वेद है वेदों के स्वाध्याय से लाभ मिलता है. वेदों में मंत्रों से समाधान मिलता है लेकिन वेदों को पढ़ने की जरूरत नहीं सदाचार अपनाने की जरूरत है. वेद अपने अंदर है व बुरे फल भी हमारे ही कर्मों से आ रहा है.
भाग्य और कर्म पर डाला प्रकाश
अनीश प्रसाद ने भाग्य और कर्म पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भाग्योदय खराब से खराब दशा में भी उदय हो सकता है. अगर मौका नहीं मिलता तो कर्म से प्राप्त कर सकते हैं. कर्म व्यवहार से बनते हैं और यह सब आध्यात्मिक प्रक्रिया है. ज्योतिष उपायों से परेशानी खत्म नहीं होती बल्कि सरल होती है. ज्योतिष में पूर्व जन्म की बहुत मान्यता है और पूर्व जन्म का कर्म हमें भोगना ही पड़ता है.
खुशी आपके अंदर- आईपीएस अनीश प्रसाद
आईपीएस अनीश प्रसाद ने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आजकल सभी की सबसे बड़ी समस्या है दूसरे क्या कहेंगे. इंसान अगर अपनी ईगो को छोड़ दे तो वह एक बड़ी व्यवस्था को प्राप्त कर सकता है. खुशी आपके अंदर है सिर्फ झलक बाहर आती है. कष्ट आत्मा को नहीं बल्कि शरीर को भुगतना पड़ता है. अगर परेशानी आपकी है तो कर्म आपको ही करना पड़ेगा.
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कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष भावेश अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सरल जीवन जीने के लिए हमें प्रयास करना चाहिए. सभी का धन्यवाद प्रभारी सीए आलोक अग्रवाल ने दिया. इस अवसर पर कोषाध्यक्ष जतिन अग्रवाल, देवेंद्र नाथ दुबे, अशोक कुलश्रेष्ठ, मनीष अग्रवाल आदि मौजूद रहे.