कोलकाता : आठ चरणों में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 के चार चरणों की वोटिंग हो चुकी है. पांचवें चरण में उन जिलों में मतदान होना है, जिसकी सीमा बांग्लादेश, भूटान और नेपाल से सटी हैं. ऐसी कम से कम एक दर्जन सीटें हैं, जो इन तीन देशों में से किसी न किसी देश की सीमा से सटती हैं.
बंगाल में पांचवें चरण में जिन 6 जिलों की 45 सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें से उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला की कुल 7 विधानसभा सीटों में से 2 सीटें बांग्लादेश की सीमा से सटी हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों के नाम जलपाईगुड़ी (एससी) और राजगंज (एससी) हैं. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नागराकाटा विधानसभा सीट भूटान की सीमा से सटी है.
बंगाल में पांचवें चरण में जिन 6 जिलों की 45 सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें से उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला की कुल 7 विधानसभा सीटों में से 2 सीटें बांग्लादेश की सीमा से सटी हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों के नाम जलपाईगुड़ी (एससी) और राजगंज (एससी) हैं. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नागराकाटा विधानसभा सीट भूटान की सीमा से सटी है.
दार्जीलिंग जिला में कुल 5 विधानसभा सीटें हैं. सभी सीटों पर 17 अप्रैल को पांचवें चरण में मतदान है. इनमें से 4 सीटें नेपाल सीमा से सटी हैं. दार्जीलिंग, कर्सियोंग, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी (एससी) एवं फांसीदेवा (एसटी) नेपाल की सीमा से लगते विधानसभा क्षेत्र हैं. फांसीदेवा (एसटी) उत्तर बंगाल की एकमात्र विधानसभा सीट है, जो नेपाल के साथ-साथ बांग्लादेश की सीमा से भी सटी है.
नदिया जिला की बात करें, तो यहां की कुल 16 विधानसभा सीटों में से 8 सीट पर 17 अप्रैल को वोटिंग होनी है. जिन 8 सीटों पर पांचवें चरण में मतदान है, उनमें से दो सीटें बांग्लादेश की सीमा से सटी है. कृष्णगंज (एससी) और रानाघाट उत्तर पूर्व (एससी).
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पांचवें चरण में उत्तर 24 परगना की कुल 33 में से 16 सीट पर मतदान होना है. इस जिले की 2 सीटें अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटती हैं. दोनों ही सीटें बांग्लादेश की सीमा से सटी हैं. बशीरहाट दक्षिण और हिंगलगंज (एससी) सीट बांग्लादेश से सटी है. पूर्वी बर्दवान में ऐसी कोई सीट नहीं है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटती हो.
अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटी अधिकतर सीटों पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का कब्जा है. उत्तर बंगाल की कलिम्पोंग, दार्जीलिंग और कर्सियोंग विधानसभा सीटों पर बिमल गुरुंग की गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का कब्जा है. जीजेएम इस बार तृणमूल के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रहा है.
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ज्ञात हो कि बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच 8 चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. चार चरणों (27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल और 10 अप्रैल) के मतदान संपन्न हो चुके हैं. शेष 4 चरणों की वोटिंग 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होगी. सभी सीटों पर मतगणना 2 मई को एक साथ करायी जायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha