गोपालगंज सदर अस्पताल में एक और कैदी की मौत, इमरजेंसी वार्ड में तीन दिनों में दो कैदियों की मौत, एक हो चुका है फरार
गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शनिवार को एक और कैदी की मौत हो गयी. पिछले तीन दिनों में दो कैदियों की मौत इमरजेंसी वार्ड में हो चुकी है, जबकि एक कैदी फरार हो चुका है. मृत कैदी की पहचान सीवान जिले के नबीगंज थाने के खवासपुर गांव निवासी 35 वर्षीय राधेकिशुन चौधरी के रूप में की गयी. कैदी की मौत की सूचना मिलते ही सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल जांच के लिए पहुंच गये. एसडीएम की जांच के बाद घटना की जानकारी मृतक कैदी के परिजनों को दी गयी.
गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शनिवार को एक और कैदी की मौत हो गयी. पिछले तीन दिनों में दो कैदियों की मौत इमरजेंसी वार्ड में हो चुकी है, जबकि एक कैदी फरार हो चुका है. मृत कैदी की पहचान सीवान जिले के नबीगंज थाने के खवासपुर गांव निवासी 35 वर्षीय राधेकिशुन चौधरी के रूप में की गयी. कैदी की मौत की सूचना मिलते ही सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल जांच के लिए पहुंच गये. एसडीएम की जांच के बाद घटना की जानकारी मृतक कैदी के परिजनों को दी गयी.
उधर, कैदी के परिजनों ने अस्पताल और जेल प्रशासन पर इलाज के अभाव में राधेकिशुन चौधरी की मौत होने का आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि अस्पताल में उचित इलाज नहीं हुआ, जिस कारण मौत हुई. वहीं, जेल प्रशासन का कहना है कि राधेकिशुन चौधरी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. जेल में डॉक्टर ने इलाज किया. स्थिति में सुधार नहीं होने पर जेल की एंबुलेंस से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भेजा गया.
इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गयी. इसके पहले गुरुवार को हरियाणा के रहनेवाले सतपाल सिंह की मौत इलाज के दौरान इमरजेंसी वार्ड में हो गयी थी. जेल से आये दो कैदियों की तीन दिनों में मौत होने से कई सवाल उठने लगे हैं. उधर, अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड की कुव्यवस्था को सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. सदर एसडीएम ने कहा कि पूरे मामले की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी.
फरार कैदी का नहीं मिला सुराग
इमरजेंसी वार्ड से शुक्रवार को सीवान के आंदर के फरार कैदी का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला. शुक्रवार की सुबह चनावे जेल से इलाज के लिए आने के बाद इमरजेंसी वार्ड से रोहित नामक कैदी फरार हो गया था. इस घटना के दूसरे दिन भी कैदी की मौत हो गयी.
मेडिकल बोर्ड करेगा पोस्टमार्टम
कैदी की मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन करने का निर्णय किया गया है. डीएम के आदेश पर गठित डॉक्टरों की टीम शव का पोस्टमार्टम करेगी. इसके पहले जेल प्रशासन और जिला प्रशासन मृतक कैदी के परिजनों के आने का इंतजार कर रही थी.