कोलकाता : पश्चिम बंगाल में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ऑनलाइन गणपति का त्योहार मनाने का निर्णय लिया है. राज्य की राजधानी कोलकाता में एक सामुदायिक पूजा आयोजक ने नयी मिसाल कायम करते हुए घोषणा की है कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस वर्ष गणपति पूजा का त्योहार डिजिटल रूप से आयोजित किया जायेगा.
पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ी सामुदायिक गणपति पूजा का आयोजन करने वाले क्लब ने थीम-आधारित उत्सव के लिए अपनी योजनाओं को टाल दिया है. कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसके प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए डिजिटल पूजा करने का विकल्प चुना है.
साल्ट लेक युवक संघ के अध्यक्ष अनिंद्य चटर्जी ने मीडिया को बताया कि लॉकडाउन की घोषणा के बाद न तो किसी तरह का पंडाल खड़ा करने की और न ही किसी आगंतुक को पूजा में शामिल होने के लिए आने की अनुमति देने का निर्णय किया गया.
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उन्होंने कहा कि हमने तय किया कि इस साल पूजा नहीं रखेंगे और कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के खतरे को रोकने के लिए ऑनलाइन दर्शन एकमात्र विकल्प होगा. इस साल गणपति पूजा 22 अगस्त को है.
उस दिन तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गयी है. हालांकि, निषिद्ध क्षेत्र में लॉकडाउन 31 अगस्त तक लागू रहेगा. उन्होंने बताया कि साल्ट लेक का कुछ हिस्सा निषिद्ध क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इसी इलाके में क्लब का कार्यालय स्थित है.
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 70 हजार को पार कर गयी है. शुक्रवार की शाम को स्वास्थ्य विभाग ने जो बुलेटिन जारी किया, उसमें कहा गया कि पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 2,496 नये मामले आये. इसके साथ ही राज्य में संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 70,188 हो गयी.
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इसके अलावा 46 और लोगों की मौत होने के बाद राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,581 हो गयी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन के अनुसार, राज्य में फिलहाल 20,233 लोगों का उपचार चल रहा है. राज्य में संक्रमण से ठीक होने की दर 68.92 फीसदी है.
Posted By : Mithilesh Jha