Jharkhand news: हजारीबाग जिला के केरेडारी थाना क्षेत्र स्थित जमीरा बड़कीटांड़ में एक दलित परिवार को एक गलती का बहुत बुरा खामियाजा भुगतना पड़ा. इनके एक गलती के कारण इनके निर्माणाधीन पीएम आवास पर विरोधी ने बुलडोजर चलाकर आवास को तोड़ दिया. इस मामले को लेकर पीड़ित ने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगायी है.
मामला गत 9 फरवरी का है. इस मामले में पीड़िता ललिता देवी पति रामधन भुइयां ने केरेडारी बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर न्याय दिलाने की मांग की है. आवेदन देने के बावजूद अभी तक केरेडारी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से पीड़ित परिवार काफी परेशान है.
पीड़ित ललिता देवी ने आवेदन देकर बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में केरेडारी मुख्यालय द्वारा पीएम आवास योजना स्वीकृत हुआ था. पीएम आवास योजना की स्वीकृति मिलते ही आवास का कार्य शुरू किया गया. नींव से लेकर लिंटन तक का कार्य पूरा हुआ. इसी बीच खुद का जमीन होने का हवाला देते हुए हेवई के नंदलाल कुमार और शीतल कुमार दोनों पिता स्वर्गीय लीटू महतो ने जमीन की नपाई की. इस नापी में उक्त जमीन दोनों भाइयों का निकला.
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इसको लेकर जमीन मालिक और पीएम आवास बना रहे पीड़िता के बीच समझौता हुआ. इस समझौते के तहत पीड़िता को जमीन देने को राजी हुआ. इसके बावजूद जमीन मालिक ने जमीन नहीं देकर उलटे जेसीबी चलाकर निर्माणाधीन पीएम आवास को ध्वस्त कर दिया. इस दौरान पीड़िता ने दुर्व्यवहार और जातिसूचक शब्द कह कर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है.
इस संबंध में केरेडारी थाना प्रभारी अमित द्विवेदी ने कहा कि इस मामले में छानबीन की जा रही है. जल्द ही आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. वहीं, केरेडारी बीडीओ किस्टो कुमार बेसरा ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है. कहा कि आवास तोड़ना गलत बात है. जांच में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
Posted By: Samir Ranjan.