आदिवासियों के साथ प्रेम का छलावा कर रही हैं विपक्षी पार्टियां, बोले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
सीएम ने सर्वजन पेंशन योजना को अपनी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पूरे राज्य में सभी बुजुर्गों के लिए पेंशन मुहैया करायी है. राज्य इस मामले में सबसे आगे है. आज राज्य में कोई भी बुजुर्ग बिना पेंशन के नहीं है. पेंशन के नाम पर दलाली प्रथा कहीं नहीं चल रही है.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड अंतर्गत मुंदरकोठी मैदान में आयोजित ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जम कर निशाना साधा. कहा : विपक्षी पार्टियां आदिवासियों के साथ प्रेम का छलावा कर रही है. सुंदरपहाड़ी में मलेरिया और कालाजार से आदिवासी व पहाड़िया की जान गयी है. इसकी जानकारी मुझे हैं. विपक्ष इस पर राजनीतिक रोटी न सेकें. श्री सोरेन ने कहा कि गरीबों को ये बीमारियां ज्यादा परेशान करती हैं. जिनके आवास नहीं हैं, जो टूटे-फूटे घर में रहने को विवश होते हैं, उनके घर यह बीमारियां ज्यादा आती हैं. केंद्र सरकार ने हमें हमारे आवास स्वीकृत नहीं किये. गरीब को यह बीमारी नहीं होती, अगर उसे बढ़िया आवास उपलब्ध होता. सीएम ने कहा कि अब इससे छुटकारा मिलेगा. यहां कैंप लगाकर अबुआ आवास बांटा जायेगा. श्री सोरेन ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने राज्य का खून चूस लिया. डबल इंजन की सरकारों ने परेशानी में डाला है.
बिहार व ओडिशा से ज्यादा यहां के गरीबों को मिल रही पेंशन
सीएम ने सर्वजन पेंशन योजना को अपनी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पूरे राज्य में सभी बुजुर्गों के लिए पेंशन मुहैया करायी है. राज्य इस मामले में सबसे आगे है. आज राज्य में कोई भी बुजुर्ग बिना पेंशन के नहीं है. पेंशन के नाम पर दलाली प्रथा कहीं नहीं चल रही है. पेंशन राशि के मामले में बिहार व ओडिशा से भी झारखंड बेहतर है. वहां मात्र 500 रुपये की पेंशन राशि मिलती है. जबकि झारखंड में 1000 रुपये पेंशन दी जा रही है. टॉर्च जला कर ढूंढ़ने पर एक भी बुजुर्ग नहीं मिलेंगे, जिनको पेंशन का लाभ नहीं मिल रही है.
नियुक्तियां के साथ-साथ स्वरोजगार भी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लगातार नियुक्तियां कर रही है. साथ ही स्वरोजगार के लिए पूंजी भी दे रही है. हर प्रकार की सहायता बैंकों के ओर से दी जा रही है. अब कर्ज लेने के लिए जमीन का पट्टा बैंकों में जमा करने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर बकाया की बात फिर से दोहरायी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर 1.36 हजार करोड़ रुपये बकाया है. यदि यह पैसा मिलता तो यहां के लोगों को 1000 में नहीं, बल्कि 500 में ही सिलिंडर दिया जाता. कई लोगों को इस पैसे से रोजगार मिलता.
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गलत करने वाले संवेदक को ब्लैक लिस्ट करें
सीएम ने कहा कि गोड्डा जिला में 800 किमी सड़क बन रही है. गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. खराब काम करनेवाले संवेदक को ब्लैक लिस्टेड करें. कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद विजय हांसदा, महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह व पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में आयुक्त, सीएम के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, डीसी जिशान कमर, एसपी नाथू सिंह मीणा, जिप अध्यक्षा बेबी देवी, बीस सूत्री उपाध्यक्ष बिंदु मंडल आदि मौजूद थे.
अब धरातल पर बनती हैं योजनाएं
सीएम हेमंत सोरेन अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा : हमारी सरकार में एसी कमरे में बैठ कर योजनाएं नहीं बनती हैं. अब जिले व प्रखंड के पदाधिकारी हर दिन सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में जाकर योजनाएं तैयार करते हैं. अब धरातल पर योजनाएं बन रही हैं. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गोड्डा जिले में कुल 133.14 करोड़ की लागतवाली कुल 215 योजनाओं की आधारशिला रखी.