15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अभिषेक बनर्जी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए, तो ईडी के पास कौन-कौन से हैं विकल्प?

अगर तय दिन व समय पर अभिषेक बनर्जी ईडी दफ्तर नहीं जाते हैं, तो इसके जवाब में जांच एजेंसी क्या कदम उठा सकती है? पूर्व सीबीआई अधिकारी उपेन विश्वास ने कहा कि ईडी के पास पुलिस से कहीं ज्यादा पावर है. ईडी के पास कई रास्ते हैं.

शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने तीन अक्तूबर को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए सॉल्टलेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स बुलाया है. अभिषेक इस नोटिस के जवाब में अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं कि वह ईडी दफ्तर नहीं जाकर, दिल्ली में पार्टी के कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इधर, अगर तय दिन व समय पर अभिषेक बनर्जी ईडी दफ्तर नहीं जाते हैं, तो इसके जवाब में जांच एजेंसी क्या कदम उठा सकती है? पूर्व सीबीआई अधिकारी उपेन विश्वास ने कहा कि ईडी के पास पुलिस से कहीं ज्यादा पावर है. ईडी के पास कई रास्ते हैं. एक तो वह दूसरे दिन पूछताछ के लिए बुलाने का एक और नोटिस भेज सकती है. एक और रास्ता है कि वह बुलाये गये व्यक्ति को जिस मामले में उसे बुलाया गया है, उस मामले में सीधे जुड़े होने का आरोप लगाकर उसे हिरासत में ले सकती है. ईडी चाहे, तो उक्त व्यक्ति के घर जाकर तलाशी अभियान चला सकती है. ईडी अदालत को इसकी जानकारी देकर निर्देश के मुताबिक, कार्रवाई कर सकती है. इस तरह के कई रास्ते ईडी के पास खुले हैं. अब यह देखना होगा कि ईडी क्या कदम उठाती है.

फांसी चढ़ने की बात करने वाले ईडी से भाग रहे : सुकांत मजूमदार

केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस के धरना प्रदर्शन को लेकर शनिवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने जमकर कटाक्ष किया. प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सब ड्रामा है. तृणमूल के सांसद अभिषेक बनर्जी ड्रामा कर रहे हैं. बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि प्रमाणित होने पर फांसी पर चढ़ जायेंगे. फांसी पर चढ़नेवाले थे, लेकिन अब ईडी को देखकर भाग रहे हैं. श्री मजूमदार ने कहा कि दिल्ली जाने के लिए बस में तृणमूल के कोई नेता नहीं है. सब किराये के लोगों को ले जाया जा रहा है और नेता फ्लाइट से जा रहे हैं. यह सब ड्रामा है.

भारत की सबसे बड़ी तानाशाही सरकार बंगाल में : बीजेपी

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत में कहीं कोई सबसे तानाशाही सरकार अगर कोई है, तो वह ममता सरकार है. ममता बनर्जी पंचायत स्तर से शुरू करके हिटलर राज चल रही हैं. जिस पंचायत में बीजेपी जीती और पथश्री की घोषणा हुई थी, उन योजनाओं का काम बंद कर दिया गया. ऐसा कहीं नहीं है. ऐसी मानसिकता भारत के किसी राज्य में नहीं है. सिर्फ बंगाल की ममता सरकार में है.

Also Read: दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, मनरेगा कार्डधारकों को लेकर रवाना हुईं 50 बसें

किराये के गुंडों से खुद पर हमला करवा सकती है तृणमूल

दिल्ली यात्रा के दौरान यूपी के रास्ते में बीजेपी द्वारा हमले किये जाने की तृणमूल नेताओं के आशंका जताने के प्रसंग पर श्री मजूमदार ने कहा कि मुझे शक है कि तृणमूल के किराये के गुंडों से खुद ही तृणमूल हमला करा सकती है, क्योंकि यूपी में कभी भी कहीं किसी विरोधी पर कभी हमला या उनके पार्टी ऑफिस पर दखल जैसी घटना नहीं हुई है लेकिन यहां बीजेपी के पार्टी ऑफिस दखल कर लिये जाते हैं. जो खुद ऐसा काम करते है, उनके मुख से ये बातें शोभा नहीं देतीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें