कोलकाता/नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस राज्य में अपने बड़े नेताओं की फौज उतार रही है. जनवरी, 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं देश के गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे होने हैं. बंगाल में कैलाश विजयवर्गीय पहले से मौजूद हैं. पार्टी ने सह-संगठन मंत्री शिव प्रकाश को भी बंगाल के काम में लगाया गया है.
भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2021 के लिए संगठन स्तर पर नये साल की पूर्व संध्या पर अहम बदलाव करते हुए पार्टी के सह-संगठन मंत्री सौदान सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया, जबकि एक अन्य सह-संगठन मंत्री के रूप में ही जिम्मेदारी संभाल रहे वी सतीश को नवसृजित पद ‘संगठक’ पर नियुक्त किया गया. तीसरे सह-संगठन मंत्री शिव प्रकाश अपने वर्तमान पद पर बने रहेंगे, लेकिन उनके कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है.
शिव प्रकाश अब पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में पार्टी गतिविधियों को देखेंगे. भाजपा ने एक बयान जारी कर इन संगठनात्मक नियुक्तियों की जानकारी दी. ये तीनों नेता भाजपा में संगठन महामंत्री बीएल संतोष के अधीन सह-संगठन मंत्री के पद पर थे. मालूम हो कि भाजपा में संगठन महामंत्री का पद बहुत अहम होता है.
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संगठन महामंत्री मूलत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पूर्णकालिक प्रचारक होता है और वह भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच कड़ी के रूप में काम करता है. शिव प्रकाश पहले उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पार्टी का कामकाज देखते थे. नये बदलावों के बाद वे पश्चिम बंगाल में पार्टी गतिविधियों को देखेंगे ही, साथ ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना भी अब उनके जिम्मे होगा. उनके कार्यक्षेत्र का मुख्य केंद्र भोपाल होगा.
इस नियुक्ति से पहले सौदान सिंह मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा बिहार और झारखंड में पार्टी की गतिविधियों को देखते थे. श्री सिंह अब केंद्रशासित प्रदेशों, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में पार्टी के कामकाज को देखेंगे. उनका केंद्र रायपुर था, जो अब चंडीगढ़ कर दिया गया है. सतीश अब पार्टी के संसदीय कार्यालय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति मोर्चा के बीच समन्वय को देखेंगे और पार्टी के विशेष संपर्क कार्यक्रम की जिम्मेदारी निभायेंगे.
इससे पहले वह राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में पार्टी के कामकाज को देखते थे. उनका केंद्र दिल्ली रहेगा. अब चूंकि सौदान सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वी सतीश के लिए ‘संगठक’ का पद सृजित कर उन्हें नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है, भाजपा संगठन में इससे सह-संगठन मंत्री के दो पद खाली हुए हैं.
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इन पदों पर निश्चित तौर पर ही संघ के नुमाइंदों की ही नियुक्ति होगी, इसलिए अब सबकी नजरें इसी ओर टिकी रहेंगी कि संघ भाजपा के इन महत्वपूर्ण पदों पर किनकी नियुक्ति करता है. उल्लेखनीय है कि तीनों नेता सतीश, प्रकाश और सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के पूर्णकालिक प्रचारक हैं.
Posted By : Mithilesh Jha