Jharkhand new: कोडरमा जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तिलैया डैम की हसीन वादियां एक बार फिर विदेशी पक्षियों की आहट से गुलजार है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है और विदेशी पक्षियों का आगमन डैम के किनारे हो रहा है. इससे यहां की सुंदरता बढ़ रही है. वैसे तो हर साल हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर विदेशी पक्षी डैम के किनारे पहुंचते हैं, पर इस बार यहां अलग तस्वीर दिखी है. आर्कटिक क्षेत्र के पैसिफिक गोल्डन प्लोवर नामक पक्षी को तिलैया डैम के किनारे विचरण करते देखा गया है.
संभवत: यह पहली बार है जब झारखंड के किसी भी डैम क्षेत्र के किनारे इस प्रजाति के पक्षी को देखे जाने की प्रमाणिक बात सामने आयी है. इस बार तिलैया डैम में इस पक्षी को अपने कैमरे में कैद किया है स्थानीय पर्यावरणविद् व बर्ड वाचर इंद्रजीत सामंता ने.
कोडरमा के चाराडीह के रहने वाले इंद्रजीत ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि वैसे तो हर वर्ष तिलैया डैम के किनारे इस मौसम में लद्दाक, मंगोलिया, चाइना, रसिया आदि क्षेत्र से विदेशी पक्षियों का आगमन होता है, पर इस बार कुछ अलग बात दिखी है. आर्किटक क्षेत्र के पैसिफिक गोल्डेन प्लोवर की एक जोड़ी को 18 दिसंबर की शाम तिलैया डैम के किनारे देखा गया है. ज्यादा संभावना है कि ये पक्षी मुख्य रूप से तटीय क्षेत्रों में फीडिंग के लिए आया हो. साथ ही ट्रांजिट माइग्रेशन के दौरान यहां प्रवास किया हो.
सामंता की मानें, तो उत्तरी ध्रुव की कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए करीब 4500 किलोमीटर की दूरी तय कर ये पक्षी यहां पहुंची है. अमूनन समुद्र के किनारे दिखने वाली इस प्रजाति की पक्षियों के हाल के दिनों में दुनिया भर में संख्या में भारी गिरावट आयी है. झारखंड में इसके देखे जाने के प्रमाणिक स्रोत भी नहीं हैं. अब इसे देखा गया है, तो हमें राज्य की आर्द्रभूमि को बचाना जरूरी हो जाता है, ताकि ऐसी दुर्लभ पक्षियों का संरक्षण हो सके. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी वन विभाग को भी दी गई है.
कोडरमा के वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह ने कहा कि पैसिफिक गोल्डेन प्लोवर नामक पक्षी को इस क्षेत्र में कई वर्षों बाद देखे जाने की बात सामने आयी है. वैसे तिलैया डैम के किनारे विदेशी पक्षियों का आगमन हो गया है. विदेशी पक्षियों की सुरक्षा को लेकर विभाग गंभीर है. ग्रामीणों को पक्षियों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर लगातार जागरूक किया जा रहा है. इन्हें बताया जा रहा है कि विदेशी पक्षियां हमारे मेहमान हैं. इन्हें बचाएं. पक्षियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डैम के किनारे एक वाच टॉवर का निर्माण विभाग के द्वारा कराया जा रहा है.
रिपोर्ट: विकास, कोडरमा.