पंडित साजन मिश्रा ने नम आंखों से लता मंगेशकर को दी श्रद्धांजलि, कहा- आज जो क्षति हुई, उसकी भरपाई कोई…

भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित साजन मिश्रा ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज लता दीदी के निधन से संगीत जगत को जो क्षति पहुंची है, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2022 4:45 PM

भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और पद्म भूषण पंडित साजन मिश्रा (Sajan Mishra) ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए पूरे काशीवासियों की तरफ से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत रत्न लता मंगेशकर जी को याद करते हुए साजन मिश्रा ने उनके सानिंध्य के कई स्मृतियों के पलों को साझा किया.

पंडित साजन मिश्रा ने भावुक शब्दों मे लता मंगेशकर के साथ उनकी स्मृतियों को याद करते हुए बताया कि लता दीदी एकमात्र ऐसी स्वर कोकिला थी, जिन्होंने अपने सुरों की तासीर पूरे विश्व में ऐसी पहुंचायी कि सारे जगत की वे दीदी बन गई. हमारा ये सौभाग्य रहा है कि लता मंगेशकर जी से मिलने के कई अवसर मिले. उनके नजदीक बैठकर बात करने का मौका मिला. 1982 में लता दीदी ने पंडित दीनानाथ मंगेशकर स्मृति समारोह नाम का एक प्रोग्राम किया था. जिसमे हम दोनों भाईयों का गायन था और सितारा देवी का नृत्य प्रस्तुति था.

वहीं हमारी पहली बार लता मंगेशकर जी से मुलाकात हुई थी. उनसे बातचीत के वक्त उनकी आवाज सुनकर ऐसा प्रतीत हुआ कि कोई मंदिर की घंटी बज रही है. वो आकर हमलोगों को ग्रीन रूम में मिली और पूछती हैं, भैया कुछ चाहिए. इस आवाज को सुनकर लगा जैसे कितनी सुरीली मधुर आवाज है. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उन्होंने हमलोगो को बहुत प्रेम स्नेह सम्मान दिया. इसके बाद 1983 में सुर संग्राम के लिए भी उन्होंने अपनी आवाज दी.

इसके बाद कई बार ऐसे अवसर मिले जब दीदी हमलोगों को प्रोग्राम में मिली. कई बार एकसाथ स्टेज शेयर किया. इसका बहुत बड़ा सौभाग्य मिला, लेकिन आज लता दीदी के निधन से संगीत जगत को जो क्षति पहुंची है, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता. पहले राजन मिश्रा गए, फिर पंडित बिरजू महाराज गए, अब लता मंगेशकर जी गयी. ये लगातार संगीत जगत में क्षति होती जा रही है. ऐसा प्रतीत होता है कि संगीत जगत को कोई नजर लग गयी है. क्या कहा जाए शरीर आया है, तो जाएगा ही. मैं अश्रुपूरित श्रद्धांजलि के साथ लता दीदी को नमन करता हूं. ऐसी महान कलाकार संगीत जगत की शायद ही इस पृथ्वी पर अब कोई और आएगा. पूरा विश्व लता मंगेश्कर जी को नमन करता है.

रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी

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