गोरखपुर में 5 साल के मासूम की कार के अंदर दम घुटने से दर्दनाक मौत, रह गए छटपटाहट के निशान
एलकेजी में पढ़ने वाले 5 वर्षीय एक मासूम छात्र की कार के अंदर दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई. कार के अंदर करीब 1 घंटे तक मासूम दम घुटने से छटपटाता रहा.
गोरखपुर: एलकेजी में पढ़ने वाले 5 वर्षीय एक मासूम छात्र की कार के अंदर दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई. कार के अंदर करीब 1 घंटे तक मासूम दम घुटने से छटपटाता रहा लेकिन घर वाले इस बात से अनजान रहे. घरवालों ने जब बच्चे की तलाश शुरू की तो इस घटना की जानकारी उन्हें हुई. मासूम अयान के परिवार वालों ने जब कार को खोला तो उसकी सांस चल रही थी जिसके बाद आनन-फानन में परिवार वाले उसे लेकर हॉस्पिटल गए लेकिन मासूम की जान नहीं बच पाई. इस घटना के बाद से परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है.
कैंट थाना क्षेत्र के बिलंदपुर का है यह हादसाअयान गोरखपुर शहर के सिविल लाइन स्थित एचपी चिल्ड्रन एकेडमी में LKG में पढ़ता था. हृदय विदारक इस घटना ने सब को झकझोर कर रख दिया है. यह दर्दनाक घटना 23 जुलाई की सुबह कैंट थाना क्षेत्र के बिलंदपुर की है. रविवार होने की वजह से 5 वर्षीय अयान स्कूल नहीं गया था और वह छत पर जाकर के खेल रहा था तो उसकी मां ने उसे धूप में ना खेलने को कह कर नीचे बुला लिया. जिसके बाद वह मोबाइल से गेम खेलने लगा तभी किसी का फोन आने की वजह से वह मोबाइल देकर दादी के पास जाने की बात कह के घर से निकल गया.
दादी के पास जाते समय उसे कार दिख गई. कार लॉक ना होने की वजह से अयान उसमे बैठ गया. कार में चाइल्ड लॉक होने की वजह से अयान कार में बंद हो गया. जिसके बाद अयान ने बाहर निकलने की हर संभव कोशिश की होगी. जो कार के अंदर देखने से पता चल रहा है. बाद में लोगों को यह भी जानकारी हुई कि कार का हॉर्न भी बजा था लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. परिवार वालों को लगा कि कार लेकर बुआ का बेटा कहीं गया हुआ था और वो ही हॉर्न बजा रहा हैं.
कार से बाहर निकलने की छटपटाहट बयां कर रहे निशानकार के शीशे पर हाथ के निशान यह बता रहे हैं कि उसने कार से बाहर निकलने की पूरी ताकत लगाई होगी मगर शीशा बंद होने की वजह से न तो आवाज ही बाहर आई और न ही वो बाहर निकल पाया. इतना ही नहीं है कार खुले आसमान के नीचे खड़ी थी जिससे तेज धूप होने के कारण उसका दम घुट गया था उसने कार के अंदर उल्टी भी की थी. सुबह लगभग 11:30 बजे अयान की बड़ी मम्मी ने खिड़की से बाहर देखा तो उनकी नजर कार पर पड़ी.तभी उसके उसके बड़े पापा कृष्ण प्रताप सिंह भी आ गए.
अयान कार की पिछली सीट पर शांत पड़ा मिलाउन्होंने देखा तो अयान कार की पिछली सीट पर शांत पड़ा हुआ था और उसकी सांसे चल रही थी. जिसके बाद उसके बड़े पापा उसे सीधे लेकर मानसी हॉस्पिटल गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.अयान की मौत से घरवालों का रो रो कर बुरा हाल है. एचपी स्कूल में LKG में पढ़ने वाले अयान की मौत से शिक्षकों और प्रिंसिपल सन्न रह गए.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप