पाकुड़ : 23 में से 16 गांवों में स्वास्थ्य विभाग ने कराया सर्वे, जांच में मलेरिया के मिले 20 मरीज
पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में मलेरिया प्रभावित गांव बड़ा कुटलो में चौथे दिन भी स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. इस दौरान दो सदस्यीय टीम ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की. एमपीडब्ल्यू हावीन टुडू और एएनएम प्रमिला हेंब्रम ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की.
पाकुड़ उपायुक्त मृत्युजंय कुमार बरणवाल के निर्देश पर सोमवार को मलेरिया प्रभावित कुल 23 चिह्नित गांवों में सर्वे का काम शुरू किया गया. इसमें से सोमवार को 16 गांवों का सर्वे कार्य किया गया. इसमें बड़ा मालीपाड़ा, छोटा जारा, मालगोड़ा, करमाटांड़, बोहड़ा, खैराबनी, डुमरहीर, बड़ा कुटलो, कुश्बिला, कुंजबोना, तिसरो, डुमगो, कुमारकोटा, जामकुंदर, तेतली, दारीकुड़िया गांव शामिल हैं. इन गांवों में सर्वे के लिए कुल 14 टीमों ने हिस्सा लिया. जिसमें डॉक्टर के साथ छह सदस्यीय तीन टीम और दो सदस्यीय 11 टीमों ने सर्वे का काम किया. इस दौरान इन 16 गावों में 542 लोगों की जांच की गयी. जिसमें से 20 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाये गये. मलेरिया के लक्षण पाये गये लोगों का तत्काल इलाज शुरू किया गया. वहीं बड़ा कुटलो गांव में लगाये गये शिविर में 60 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी, जिसमें कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मुकेश बेसरा ने बताया कि चिह्नित 23 गांवों में सर्वे का कार्य किया गया. इसमें से सोमवार को 16 गांवों का सर्वे कार्य पूरा किया गया. वहीं बाकी बचे सात गांवों में मंगलवार को सर्वे किया गया जायेगा. 16 गांवों में 542 लोगों की जांच की गयी. जिसमें 20 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाये गये. सभी का इलाज किया जा रहा है.
बड़ा कुटलो में दो सदस्यीय टीम ने की ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच
पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में मलेरिया प्रभावित गांव बड़ा कुटलो में चौथे दिन भी स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. इस दौरान दो सदस्यीय टीम ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की. एमपीडब्ल्यू हावीन टुडू और एएनएम प्रमिला हेंब्रम ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की. इस दौरान जरूरत के हिसाब से ग्रामीणों के बीच दवा का भी वितरण किया गया. मौके पर बारी-बारी से ग्रामीण स्वास्थ्य जांच करा कर रहे थे.