पाकुड़ : सरकार की दोहरी नीति के खिलाफ हो रहा है आंदोलन
समान काम समान वेतन समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर भारतीय डाक के ग्रामीण डाक सेवा के कर्मी मंगलवार से हड़ताल पर हैं. हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार डाक कर्मियों ने मुख्य डाकघर के मुख्य द्वार पर अखिल भारतीय डाक संघ का बैनर लगाकर अपना विरोध व्यक्त किया.
समान काम समान वेतन समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर भारतीय डाक के ग्रामीण डाक सेवा के कर्मी मंगलवार से हड़ताल पर हैं. हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार डाक कर्मियों ने मुख्य डाकघर के मुख्य द्वार पर अखिल भारतीय डाक संघ का बैनर लगाकर अपना विरोध व्यक्त किया. धरने का नेतृत्व कर रहे संघ के सदस्य शिव मंदिर गृह ने कहा कि संघ के आवाहन पर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया है. कहा कि विभाग में कार्यरत कर्मी व ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे कर्मी के साथ सरकार दोतरफा व्यवहार कर रही है. ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे डाककर्मियों को सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. इस कारण संघ ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. वहीं संघ के संथाल परगना प्रमंडल अध्यक्ष बबलू दे ने कहा कि समान काम का समान वेतन समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर पूरे संथाल परगना के ग्रामीण डाक कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. बताया कि नियमानुसार ग्रामीण डाक कर्मियों की ड्यूटी मात्र पांच घंटे की है. जबकि विभाग द्वारा 8 से 10 घंटे का काम लिया जाता है. बताया कि विभाग का काम दो हिस्सों में बांटा गया है. एक डाक विभाग और दूसरा ग्रामीण डाक विभाग. दोनों के काम में कोई अंतर नहीं है. लेकिन सरकार वेतन में अंतर कर रही है. विभाग में काम करने वाले कर्मियों को मेडिकल की सुविधा उपलब्ध है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले डाक कर्मियों को मेडिकल की कोई सुविधा प्रदान नहीं की जाती है.
बताया कि इसके अलावा डाक विभाग के कर्मियों को सालाना बच्चों की पढ़ाई के लिए 54 हजार दिए जाते हैं, लेकिन ग्रामीण डाक विभाग के कर्मियों को 12 हजार रुपये के करीब दिया जाता है. कहा कि सरकार के इस दोहरी नीति का विरोध करते हुए ग्रामीण डाक विभाग के कर्मी हड़ताल पर हैं. कहा कि जब तक मांगों को लेकर ठोस आश्वासन प्राप्त नहीं होगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. मौके पर जियाउल हक, अनारूल शेख, मोहम्मद बदरुद्दीन, मोहम्मद इसाक, निशा हेंब्रम, इमरान खान, विकास साहा, मोहम्मद शमीम समेत अन्य मौजूद थे. इस संबंध में मुख्य डाकघर के डाकपाल प्रदीप कुमार पासवान ने बताया कि हड़ताल पर चले जाने के कारण परेशानी हो रही है. कहा कि गांव में चिट्ठी का वितरण, पेमेंट बैंक, सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में खाता खुलवाने का काम प्रभावित हो रहा है.
Also Read: पाकुड़ : टीबी मरीज ने सहिया पर लगाया पैसे लेने का आरोप