पाकुड़ : लिट्टीपाड़ा के 23 गांवों में फैला मलेरिया का प्रकोप, प्रशासन ने शुरू किया घर-घर सर्वे
पाकुड़ आयुक्त मृत्युंजय बर्णवाल ने कहा कि बड़ा कुटलो गांव समेत आसपास के कई गांवों में लोग मलेरिया से पीड़ित हैं. इनमें जागरूकता का अभाव है. इस कारण लोग ओझा के चक्कर में अपना इलाज कराने से पीछे हट रहे हैं.
पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड की जोरडीहा पंचायत के बड़ा कुटलो गांव व आसपास के 23 गांवों में मलेरिया फैल गया है. विडंबना यह है कि इसके बावजूद यहां के लोग जांच के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. जिला प्रशासन व स्वास्थ्यकर्मियों के समझाने पर कुछ लोगों ने जांच करायी, तो उनमें मलेरिया के लक्षण पाये गये. इसे गंभीरता से लेते हुए डीसी मृत्युंजय बर्णवाल ने स्वास्थ्य विभाग को सभी प्रभावित गांवों में सर्वे कराने का निर्देश दिया है. साथ ही सिविल सर्जन को दवाओं सहित अन्य जरूरी संसाधन मुहैया कराने के निर्देश दिये हैं. इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में शिविर लगाकर लोगों के इलाज में जुट गयी है. बड़ा कुटलो गांव में ब्रेन मलेरिया से पांच बच्चों की मौत हो गयी थी. यह खबर आने के बाद रविवार को उपायुक्त इस गांव में पहुंचे. उन्होंने बड़ा कुटलो व अन्य गांवों में लगे स्वास्थ्य शिविरों का निरीक्षण किया व स्वास्थ्यकर्मियों से स्थिति की जानकारी ली. स्वास्थ्यकर्मियों ने डीसी को बताया कि गांव के लोग जांच नहीं करवा रहे हैं. इसके बाद डीसी ने ग्राम प्रधान बिरजू हांसदा व मुखिया जोसेफ मालतो की मौजूदगी में ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. उनके डर को दूर करने के लिए डीसी, सिविल सर्जन, एसडीओ आदि ने भी खुद रक्त की जांच करायी. इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें देख अपना रक्त जांच करवाना शुरू किया.
स्थानीय भाषा में लोगों को जागरूक करने का निर्देश
उपायुक्त ने ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए स्थानीय भाषा में गांव में माइकिंग कराने और लोगों को स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित करने का कहा. गांव की स्थिति की जानकारी लेने के बाद उन्होंने लिट्टीपाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व कर्मियों के साथ बैठक की. इसमें उपायुक्त को बताया गया कि बड़ा कुटलो गांव के आसपास के 23 गांवों में लोगों को बुखार के लक्षण मिलने की संभावना है. इस जोीडीसी ने सभी गांवों में सर्वे कराने का निर्देश दिया. साथ ही गांवों में मच्छरदानी, फॉगिंग और जागरूकता के लिए माइकिंग कराने का निर्देश दिया.
क्या कहा पाकुड़ आयुक्त ने
पाकुड़ आयुक्त मृत्युंजय बर्णवाल ने कहा कि बड़ा कुटलो गांव समेत आसपास के कई गांवों में लोग मलेरिया से पीड़ित हैं. इनमें जागरूकता का अभाव है. इस कारण लोग ओझा के चक्कर में अपना इलाज कराने से पीछे हट रहे हैं. काफी समझाने के बाद की गयी जांच में कई लोगों में मलेरिया के लक्षण पाये गये. 23 गांवों के लोगों में इस तरह के लक्षण की बात कही जा रही है. इसका सर्वे कराने का निर्देश दिया गया है.
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