धनबाद: पंचायत चुनाव के पहले चरण में झामुमो व भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी. धनबाद जिला के जिन तीन प्रखंडों में पहले चरण के चुनाव हो रहे हैं. वहां पर इन दोनों दलों के अलावा आजसू, कांग्रेस भी अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करेगी. हालांकि, चुनाव निर्दल हो रहा है. लेकिन, सभी दलों की तरफ से जोर आजमाइश की तैयारी चल रही है. धनबाद जिला में 14 मई को पहले चरण में जहां चुनाव हो रहा है.
वह तीनों प्रखंड टुंडी विधानसभा क्षेत्र में आता है. टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो झामुमो के बड़े नेता हैं. तीन बार वहां के विधायक एवं राज्य सरकार के मंत्री भी रह चुके हैं. यहां जिला परिषद की छह सीटें हैं. झामुमो की कोशिश होगी कि इन सीटों पर अपने समर्थकों को ज्यादा संख्या में जितायें. ताकि जिला परिषद अध्यक्ष के लिए दावा किया जा सके. उनके एक निकट संबंधी जिला परिषद की सदस्य भी हैं. पंसस व मुखिया के चुनाव में भी अपने लोगों को जिताने की कोशिश होगी.
चुनाव को लेकर भाजपा ने पंचायत स्तर पर रायशुमारी शुरू कर दी है. भाजपा एकमात्र दल है जिसने जिला परिषद क्षेत्र के हिसाब से प्रेक्षक नियुक्त किया है. इन सभी को कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी कर एक-दो प्रत्याशी का नाम देने के लिए कहा गया है. इस क्षेत्र में भाजपा अपनी ताकत बढ़ाना चाहती है.
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी यहां दूसरे स्थान पर रहे थे. जबकि लोकसभा चुनाव में भाजपा एवं उसके समर्थित प्रत्याशी को अच्छी बढ़त मिलती रही है. भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा भी टुंडी के ही रहने वाले हैं. उनकी प्रतिष्ठा भी दावं पर रहेगी.
टुंडी विधानसभा क्षेत्र के तीनों प्रखंडों से आजसू पार्टी भी पूरे दमखम के साथ लड़ने की तैयारी में हैं. गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी आजसू के बड़े नेता हैं. लोकसभा चुनाव से पहले इस क्षेत्र में यह बड़ा मुकाबला है. साथ ही पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी संतोष महतो जिला परिषद के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. पिछले चुनाव में यह सीट महिला के लिए रिजर्व हो गया तो श्री महतो की मां चुनाव मैदान में उतरी एवं विजयी रही. 2014 के विधानसभा चुनाव में आजसू के टिकट पर ही टुंडी विधानसभा क्षेत्र से राजकिशोर महतो विजयी हुए थे.
Posted By: Sameer Oraon