झारखंड पंचायत चुनाव: सीटें रिजर्व हुईं तो पत्नी और मां के भरोसे चुनावी नैया पर सवार हुए पूर्व प्रतिनिधि
झारखंड पंचायत चुनाव में इस बार 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया गया है. ऐसे कई सीट जो पहले अनारक्षित थी वो अब आरक्षित हो गयी है. ऐसे में कई पूर्व प्रतिनिधि अपनी पत्नी और प्रेमिका पर दांव खेल रहा है. महिलाएं भी इस चुनाव में खुल कर आगे आ रही हैं.
देवघर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण दिया गया है. इस बार आरक्षण में भी रोटेशन के आधार पर फेरबदल होने की वजह से कई वैसी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो गयी, जो 2015 में अनारक्षित थी. इस वजह से 2015 में जीते हुए कई पुरुष पंचायत प्रतिनिधि अब महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर अपनी पत्नी को या अपनी मां को चुनाव मैदान में उतारे हैं.
जिले की 194 पंचायतों में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. इसके साथ ही पंचायत समिति सदस्य की 246 और वार्ड सदस्य की 2458 सीटों में 50 फीसदी सीट महिला के लिए आरक्षित की गयी है. देवघर जिला परिषद में कुल 25 सीटें हैं. इसमें भी 13 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. इन सभी महिला आरक्षित सीटों से जो पहले चुनाव जीत चुके थे, वैसे लोग अपनी पत्नी और मां के भरोसे चुनावी नैया पार करने में लगे हुए हैं.
महिलाएं भी इस चुनाव में खुल कर आगे आ रही हैं. चुनाव प्रचार से लेकर गांव में चौपाल लगाने में महिलाएं प्रमुख भूमिका निभा रही हैं. वार्ड सदस्य पद से लेकर जिला परिषद सदस्य के पद का चुनाव लड़ रही महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं. अधिकांश आरक्षित सीटों में महिलाएं अकेले इस चुनाव में मोर्चा संभाल रखी हैं. पिछले 12 वर्षों से झारखंड में पंचायती राज व्यवस्था लागू रहने के कारण पंचायत चुनाव में महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं.
देवघर में पिछले दो टर्म से जिला परिषद चेयरमैन का पद भी महिला के लिए आरक्षित है. अभी भी देवघर जिला परिषद के चेयरमैन पद के आरक्षण में कोई फेरबदल की अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. निश्चित तौर पर इस वजह से जिला परिषद में सर्वोच्च पद हासिल करने के लिए जिला परिषद सदस्य के चुनाव में महिला अभ्यर्थी अधिक सक्रिय हैं.
जिले में किस पद की कितनी सीटें
जिला परिषद 25
मुखिया 194
पंचायत समिति सदस्य 246
वार्ड सदस्य 2458
Posted By: Sameer Oraon