जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव शुक्रवार को संदिग्ध पेय पदार्थ से हुई मौत के बाद परिजन से मिलने पीएमसीएच पहुंचे. वहीं, मृतक के परिजनों के लिए सरकार से मुआवजे के साथ – साथ सरकारी नौकरी की भी मांग की. उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक तंत्र की विफलता के कारण आज सात लोगों की मौत हुई है. पांच लोगों की स्थिति गंभीर है.
पप्पू यादव ने मौतों के लिए शराब माफिया को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि शराब माफियाओं को सत्ता पक्ष और विपक्ष का संरक्षण प्राप्त है. साथ ही इसमें अधिकारियों की भी मिलीभगत है. इस वजह से प्रदेश में शराबबंदी सिर्फ दिखावा बनकर रह गया है. उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है. मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू, स्वास्थ्य प्रभारी मुन्ना मौजूद थे.
बता दें की सारण जिले में अब तक 13 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है वहीं 20 से अधिक लोगों के बीमार होने की भी सूचना है. यहां कई लोगों की आँखों की रोशनी भी धुंधली हो गई है. परिजनों व ग्रामीणों के अनुसार, सभी की मौत संदिग्ध पेय पदार्थ पीने से हुई है. पिछले सोमवार की रात को पानापुर थाना क्षेत्र के रामदासपुर गांव में संदिग्ध हालात में दो लोगों की मौत हो गयी थी और चार बीमार हो गये थे.
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सूचना मिलते ही डीएम व एसपी ने जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की. डीएम और एसपी ने बुधवार की शाम मकेर के भाथा जा कर मामले की जांच की. इस संबंध में डीएम राजेश मीणा और एसपी संतोष कुमार ने बताया कि संदिग्ध पेय पदार्थ के सेवन से मौत हुई है. क्षेत्र में शराब का निर्माण, बिक्री व भंडारण करने वालों के खिलाफ पुलिस तथा उत्पाद पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी शुरू कर दी.