Jharkhand: बिहार की तर्ज पर स्थायी होंगे Para Teacher, वेतनमान मिलेगा, टेट नहीं अब देनी होगी ये परीक्षा
Ranchi : झारखंड के पारा शिक्षक बिहार के शिक्षा मित्र की तर्ज पर स्थायी किये जायेंगे. बिहार की तर्ज पर यहां भी पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतनमान के लिए सीमित आकलन परीक्षा ली जायेगी. इससे पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल होने पर स्थायीकरण व वेतनमान की बात कही गयी थी.
Ranchi : झारखंड के पारा शिक्षक बिहार के शिक्षा मित्र की तर्ज पर स्थायी किये जायेंगे. बिहार की तर्ज पर यहां भी पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतनमान के लिए सीमित आकलन परीक्षा ली जायेगी. इससे पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल होने पर स्थायीकरण व वेतनमान की बात कही गयी थी. वहीं, फिलहाल पारा शिक्षकों के मानदेय में भी बढ़ोतरी पर भी विचार हो रहा है. इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी.
12 अगस्त को इस पर अंतिम निर्णय की संभावना है. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और विभिन्न पारा शिक्षक संगठनों के बीच शनिवार को पांच घंटे तक हुई वार्ता में इन मुद्दों पर सहमति बनी. शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को इसकी घोषणा की जा सकती है.
11 अगस्त तक नियमावली का ड्राफ्ट बनाने का निर्देश : शिक्षा मंत्री ने बैठक में शामिल विभागीय पदाधिकारियों को इसकी प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है और 11 अगस्त तक नियमावली का ड्राफ्ट फाइनल करने को कहा है. 18 अगस्त को शिक्षा मंत्री फिर पारा शिक्षकों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें नियामवली पर अंतिम निर्णय होने की संभावना है.
पारा शिक्षकों के साथ हुई वार्ता : शिक्षा मंत्री की पारा शिक्षकों के साथ दो दौर की वार्ता हुई. बैठक में शिक्षा मंत्री ने पारा शिक्षकों के प्रतिनिधियों से पूछा कि वह किस राज्य के आधार पर स्थायीकरण और वेतनमान चाहते हैं. पारा शिक्षकों को बैठक से बाहर जाकर इसे विचार-विमर्श से तय करने को कहा. इसके बाद पारा शिक्षकों के विभिन्न संगठनों ने आपसी सहमति से यह तय किया कि बिहार की तर्ज पर राज्य के पारा शिक्षकों का स्थायीकरण किया जाये.
टेट नहीं, आकलन परीक्षा देंगे पारा शिक्षक : पारा शिक्षकों के स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर इससे पूर्व नौ जून 2020 को पारा शिक्षकों के साथ शिक्षा मंत्री की बैठक हुई थी. बैठक में सहमति बनी थी कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल पारा शिक्षकों को वेतनमान दिया जायेगा. जो शिक्षक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास नहीं हैं, उनके लिए सीमित आकलन परीक्षा ली जाये या शिक्षक पात्रता परीक्षा, इसके लिए विधि विभाग से राय मांगी थी.
विधि विभाग ने शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने का सुझाव दिया था और पारा शिक्षक इसका विरोध कर रहे थे. अब शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया गया है. बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतनमान के लिए सीमित आकलन परीक्षा ली जायेगी.
टेट सफल को नहीं देनी होगी परीक्षा : राज्य में वर्तमान में लगभग 65 हजार पारा शिक्षक कार्यरत है. इनमें से 13 हजार शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हैं. शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल पारा शिक्षकों को अलग से परीक्षा नहीं देनी हाेगी. पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षकों को सीधे वेतनमान दिया जायेगा.
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शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं देंगे, इसकी जगह ली जायेगी सीमित अाकलन परीक्षा
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नियमावली में हो सकता है प्रावधान
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पारा शिक्षक 60 वर्ष तक नौकरी कर सकेंगे
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5200 से 20 हजार का वेतनमान मिलेगा, प्रति वर्ष वेतनमान में तीन फीसदी की बढ़ोतरी
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सरकारी कर्मी के समान अवकाश
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परीक्षा पास करने के लिए सामान्य वर्ग को 45% अंक लाना होगा
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सामान्य वर्ग को छोड़ अन्य वर्ग को 40 फीसदी अंक
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सीमित आकलन परीक्षा सौ अंकों की होगी
Posted by: Pritish Sahay