पीरटांड़ (गिरिडीह), भोला पाठक/राकेश सिन्हा. मरांग बुरु पारसनाथ के मुद्दे पर मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ आंदोलन के तहत मंगलवार को गिरिडीह जिले के मधुबन में महाजुटान होगा. क्षेत्र के आदिवासी मूलवासी पारसनाथ पर्वत में मरांग बुरु यानी आदिवासियों का प्रमुख धर्मगढ़ की रक्षा के लिए आंदोलन का शंखनाद करेंगे. ऐसे में इस महाजुटान कार्यक्रम को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. पुलिस ने सोमवार को फ्लैग मार्च भी किया. इधर, झारखंड दिशोम पार्टी के संस्थापक सालखन मुर्मू मधुबन पहुंचे. पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम की तैयारियों की उन्होंने समीक्षा की.
मधुबन में किया गया फ्लैग मार्च
सोमवार को मधुबन बाजार सहित आस-पास के इलाके में एएसपी हारिश बिन जमां, डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार समेत भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों ने फ्लैग मार्च निकाला. इस बाबत एसडीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि रैली व आमसभा के दौरान विधि व्यवस्था को लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारी कर ली गई है. कार्यक्रम को लेकर मधुबन में फ्लैग मार्च भी किया गया है. पुलिस पूरी तरह से कार्यक्रम को लेकर तैयार है.
कई राज्यों से पहुंचेंगे समाज के लोग
मधुबन में आयोजित इस महाजुटान कार्यक्रम में झारखंड के अलावा बंगाल व ओडिशा के बुद्धिजीवियों का जुटान होगा. कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. कार्यक्रम को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद है. बताया जाता है कि मरांग बुरु पारसनाथ की लड़ाई तेज हो गई है. पारसनाथ पर्वत यानी मरांग बुरु के अस्तित्व को लेकर मूलवासी व आदिवासी ने मोर्चा खोल दिया है. पारसनाथ मरांग बुरु की रक्षा के लिए मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ समिति मधुबन में महाजुटान कर आन्दोलन का शंखनाद करेंगा.
महाजुटान में विशाल आम सभा का आयोजन
मधुबन में मंगलवार को आयोजित महाजुटान में विशाल आम सभा का आयोजन किया गया है. आमसभा संबोधन के बाद मधुबन भव्य जुलूस निकालकर सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन भी किया जायेगा. महाजुटान कार्यक्रम में झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम, झारखंडी खतियान भाषा संघर्ष समिति के जयराम महतो समेत झारखंड, बंगाल व ओडिशा के बुद्धिजीवी संबोधित करेंगे. कार्यक्रम में झारखंड के संथाल परगना, जमशेदपुर, दुमका समेत बंगाल ओडिशा से लगभग पांच हजार से अधिक आदिवासी मूलवासी शामिल होंगे. कार्यक्रम को लेकर समिति के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है. गांव-गांव में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
सालखन मुर्मू पहुंचे मधुबन, की तैयारी की समीक्षा
झारखंड दिशोम पार्टी के संस्थापक सालखन मुर्मू मधुबन पहुंचे. पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम की तैयारियों की उन्होंने समीक्षा की और कहा कि चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. उन्होंने 10 जनवरी को मधुबन में होने वाले कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की और पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश भी दिया. कहा कि जरूरत हुई तो आदिवासियों के हक और उनके अधिकार के लिए कानूनी लड़ाई भी ली जायेगी. श्री मुर्मू मधुबन के सरकारी गेस्ट हाउस में पहुंचे और आधे घंटे के बाद मधुबन से निकल गये. इस दौरान उन्होंने पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति के लोगों को सिद्धू-कान्हू के संघर्ष के भी चर्चा की और कहा कि संघर्ष के कारण ही सिदो-कान्हू की पहचान विदेशों में भी है. लंदन में उनकी प्रतिमा को सुरक्षित और संरक्षित रखा गया है.
मुख्यमंत्री अपना मिस्टेक सुधार लें
इधर मरांग बुरू सावंता सुसार बेसी के जिला सचिव और पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक सिकंदर हेम्ब्रम ने कहा कि महाजुटान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना मिस्टेक सुधार लें. उन्होंने पिछले दिनों अपनी घोषणा में पारसनाथ पर्वत को जैनियों के 20 तीर्थंकरों की मोक्ष स्थल तो बताया लेकिन मरांग बुरू का उन्होंने जिक्र तक नहीं किया.