Praggnanandhaa Vs Magnus Carlsen, Chess World Cup: भारत के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के बीच चेस वर्ल्ड कप फाइनल की दूसरी बाजी भी ड्रॉ रही. अब गुरुवार (24 अगस्त) को टाइब्रेकर से वर्ल्ड कप का नया चैंपियन मिलेगा. पहले गेम में 35 चालों के बाद दोनों ही खिलाड़ियों ने ड्रॉ पर मुकाबला खत्म करने पर सहमत हो गए. अब दूसरे गेम में 30 चालों के बाद मुकाबला ड्रॉ पर खत्म करने का फैसला लिया गया. अब सबसे बड़ा सवाल अब ये है कि टाईब्रेकर भी यदि ड्रॉ हुआ तो फिर क्या होगा? आइए समझते हैं विस्तार से.
प्रज्ञानानंदा-कार्लसन हेड टू हेड
इस फाइनल मुकाबले से पहले मैग्नस कार्लसन और आर प्रज्ञानानंदा के बीच 19 बार मुकाबला हुआ है. क्लासिकल चेस में दोनों एक बार खेल चुके हैं और मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ. रैपिड/एग्जीबिशन खेलों में कार्लसन 7-5 से आगे हैं. उनके बीच खेले गये बाकी रैपिड्स बराबरी पर समाप्त हुए हैं.
टाईब्रेकर में मैं जीत के लिए सबकुछ झोंक दूंगा : प्रज्ञानानंदा
प्रज्ञानानंदा ने बाजी के बाद कहा, ‘मैंने वास्तव में नहीं सोचा था कि वह आज जल्दी ड्रॉ के लिए तैयार हो जाएगा लेकिन जब उसने ऐसी शुरुआत की तो मुझे अहसास हुआ कि वह ड्रॉ कराना चाहता था. मुझे भी इससे कोई दिक्कत नहीं थी. मैं भी थका हुआ महसूस करता हूं जैसा कि मैंने पिछले साक्षात्कारों में कहा था. अब मैं कल सब कुछ झोंक सकता हूं और इसके बाद आराम कर सकता हूं. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अहसास हुआ कि पहली बाजी के दौरान कार्लसन खराब स्थिति में थे, भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘हां. मुझे लगा कि उनमें ज्यादा ऊर्जा नहीं है. मुझे उम्मीद है कि वह कल ठीक हो जाएंगे.’ क्या वह भविष्य में विश्व कप के आयोजकों को फाइनल से पहले एक अतिरिक्त दिन के आराम का सुझाव देंगे, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हां, अगर ऐसा होगा तो यह अच्छा होगा.’
आपको बता दें कि भारत के 18 साल के प्रज्ञानानंदा ने सोमवार को सेमीफाइनल में टाईब्रेक के जरिए दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को हराया था और फाइनल में जगह बनाई थी. इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामूरा को हराया था. प्रज्ञानानंदा इसके साथ ही 2024 में कनाडा में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर लिया. महान बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने.
मुझे पता है वह काफी मजबूत है : कार्लसन
मैच के बाद कार्लसन ने कहा, ‘प्रज्ञानानंदा पहले ही बेहद मजबूत खिलाड़ियों के खिलाफ काफी टाईब्रेक खेल चुका है… मुझे पता है वह काफी मजबूत है. अगर मेरे अंदर कुछ ऊर्जा होगी, अगर मेरा दिन अच्छा होगा तो बेशक मेरे पास अच्छा मौका होगा. मैं आयोजकों, फिडे और डॉक्टरों तथा नर्सों का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरा अच्छा इलाज दिया. आज मैं थोड़ा बेहतर महसूस कर रहा हूं लेकिन मुझे अब भी ऐसा महसूस नहीं हो रहा है कि मेरे पास पूरे संघर्ष के लिए ऊर्जा है इसलिए मैंने सोचा चलो एक और दिन आराम कर लेते हैं. उम्मीद करता हूं कि कल मेरे अंदर अधिक ताकत होगी.’
ऐसा होगा टाइब्रेकर का फॉर्मेट
टाइब्रेकर में 25-25 मिनट की दो बाजियां खेली जायेंगी. फैसला नहीं होने पर 10-10 मिनट की दो बाजियां फिर होंगी. तब भी निर्णय नहीं होता है, तो पांच-पांच मिनट और आखिर में तीन-तीन मिनट की बाजियां खेली जायेंगी. प्रज्ञानानंद ने फाइनल में पहुंचने के साथ ही 2024 के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है. आठ खिलाड़ियों के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का विजेता अगले साल वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देगा. विजेता बनने पर वह वर्ल्ड चैंपियन कहलायेगा. वर्ल्ड चैंपियन को एक लाख 10 हजार अमेरिकी डॉलर इनाम के तौर पर मिलेंगे. (भाषा इनपुट)
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