West Bengal: पार्थ चटर्जी के मामले में हर रोज ईडी नये खुलासे कर रही है.अब ईडी ने फिर से एक बड़ा खुलासा किया है जिसके अनुसार पार्थ और अर्पिता चटर्जी की संपत्ति का पता देश और विदेश की सीमाओं से परे थाईलैंड में लगा है. पार्थ चटर्जी और अर्पिता समय-समय पर थाईलैंड जाया करते थे. ईडी ने चार्जशीट में इसका जिक्र किया है. फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी जेल हिरासत में हैं, लेकिन ईडी और सीबीआई इन मामलों की तहकीकात कर रही हैं और हर रोज इनकी संपत्ति से जुड़ी कई जानकारियां सामने आ रही है.
Also Read: बंगाल में भाजपा का अंत निश्चित, तृणमूल विधायक ने शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष का किया तर्पण
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की विदेशी संपत्ति का आकलन करना भी मुश्किल ईडी के लिये भी मुश्किल होते जा रहा है. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, पार्थ की शेल कंपनी सिम्बायोसिस ट्रेडर्स के डायरेक्टर स्नेहमय दत्त से पूछताछ के बाद सनसनीखेज जानकारी सामने आई. जिनसे पता चला कि पार्थ 2014-2015 में एक संगठन के निमंत्रण पर थाईलैंड गए थे. अर्पिता उनके साथ गई थी. अर्पिता का सारा खर्च पूर्व मंत्री ने वहन किया था, लेकिन सिर्फ विश्व प्रसिद्ध समुद्र तट पर घूमे ही नहीं, पार्थ चटर्जी ने वहां एक बंगला खरीदा था. जिसमें अर्पिता चटर्जी की भी भागीदारी है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक पार्थ और अर्पिता के घर से मिले दस्तावेजों से पता चलता है कि वे कई बार थाईलैंड की यात्रा कर चुके हैं.
ईडी के सूत्रों के मुताबिक, विदेशी संपत्ति के बारे में पूछे जाने पर पार्थ चट्टोपाध्याय ने अपना मुंह नहीं खोला. स्नेमॉय दत्त से पूछताछ के बाद पता चला है कि पूर्व शिक्षा मंत्री थाईलैंड ही नहीं, गोवा भी गए थे. जांचकर्ताओं का मानना है कि विदेशों में बड़ी संपत्ति खरीदने में स्नेमॉय की अहम भूमिका थी. चार्जशीट में कहा गया है कि अर्पिता के फ्लैट से नेपाल, थाईलैंड, बांग्लादेश, सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, अमेरिका की करेंसी मिली है. जिरह में पार्थ ने बार-बार कहा कि वह अर्पिता को नहीं जानता. हालांकि ईडी ने चार्जशीट के दौरान दोनों की नजदीकियों को साबित करने के लिए कई जानकारियां पेश की हैं.