West Bengal : अलीपुर कोर्ट में पेश हुए पार्थ चटर्जी, ईडी के बाद अब सीबीआई ले सकती है हिरासत में
एसएससी मामले में सीबीआई की टीम कार्रवाई तेज करते हुए अब पार्थ चटर्जी को भी अपनी हिरासत में लेने वाली है. आज उन्हें अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया है.
एसएससी मामले में सीबीआई की टीम कार्रवाई तेज करते हुए अब पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को भी अपनी हिरासत में लेने वाली है. आज उन्हें अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया है. जहां पर एसएससी मामलों को लेकर उनसे पूछ-ताछ की जा रही है. कोर्ट में न्यायाधीश तय करेंगे कि पार्थ को सीबीआई हिरासत में भेजा जाएगा या नहीं. गौरतलब है कि ईडी के हाथों गिरफ्तारी के बाद प्रेसिडेंसी सेंट्रल जेल में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को बंद करके रखा गया है.
सीबीआई की टीम अर्पिता मुखर्जी को भी ले सकती है हिरासत में
सीबीआई (CBI) की टीम पार्थ चटर्जी के साथ ही अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में ले सकती है. उससे भी पूछ ताछ की जा सकती है. अर्पिता के घर से भी कई करोड़ रुपये ईडी ने बरामद किया था . अर्पिता पार्थ के लिये काम करती थी हालाॅकि दोनों का कहना है कि वह बेकसूर है. सीबीआई की हिरासत में आने के बाद दोनों की मुश्किलें बढ़ सकती है.
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पार्थ और कल्याणमय के आमने-सामने बैठाकर हो सकती है पूछताछ
खास बात यह है कि सीबीआई ने जेल में बंद पार्थ चटर्जी को अपनी हिरासत में लेने की अर्जी लगाई है जिसे अलीपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट ने अनुमति भी दे दी है. इसलिए इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कल्याणमय गांगुली और चटर्जी को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की जा सकती है. कल्याणमय गांगुली अध्यक्ष रहते हुए खुद ही नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करते थे और न केवल एसएससी के जरिए बल्कि ग्रुप डी और ग्रुप सी की नियुक्तियों में भी उनकी भूमिका संदिग्ध रही है. वर्ष 2012 में वह माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे। उसके बाद से वह इसी पद पर बने रहे. इसके पहले राज्य के शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी को गैरकानूनी तरीके से शिक्षक की नियुक्ति मामले में भी कल्याणमय का नाम आया था. उनके घर पहले केंद्रीय एजेंसी ने छापेमारी कर कई घंटे तक तलाशी अभियान भी चलाया था.