पश्चिम बंगाल के मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी 3 अगस्त तक केंद्रीय एजेंसी ईडी की हिरासत के आदेश के बाद कोलकाता में मंगलवार को सीजीओ काम्प्लेक्स परिसर पहुंचे. दरअसल ईडी स्कूल भर्ती घोटाले में कथित वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है. ईडी ने अदालत से अर्पिता मुखर्जी को भी 13 दिनों के लिए हिरासत में सौंपने का अनुरोध किया था.
West Bengal Minister & former Education Minister Partha Chatterjee arrives at Kolkata airport. He will be taken to the CGO complex after an ED custody was ordered for him till 3rd August. pic.twitter.com/K6NnJ3lBdK
— ANI (@ANI) July 26, 2022
ईडी ने अपनी दलील में कहा है कि चटर्जी बंगाल सरकार द्वारा संचालित एसएसकेएम अस्पताल में बीमारी का बहाना बना कर भर्ती हुए थे और शनिवार को मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा उन्हें दो दिनों की रिमांड पर दिये जाने के दौरान केंद्रीय एजेंसी उनसे पूछताछ नहीं कर सकी. एम्स, भुवनेश्वर के चिकित्सकों ने कहा कि वह गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है. ईडी ने अस्पताल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए चटर्जी को 10 दिनों के लिए हिरासत में देने का अनुरोध किया था.
मंत्री की जमानत याचिका खारिज करते हुए बैंकशाल कोर्ट में ईडी की विशेष अदालत के न्यायाधीश जीबोन कुमार साधू ने मंत्री तथा उनकी करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी को तीन अगस्त तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया. अदालत ने रात करीब 11 बजे अपने आदेश में कहा कि 22 जुलाई को गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को तीन अगस्त को फिर से अदालत में पेश किया जाए.
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ईडी ने चटर्जी को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 24 जुलाई को ईडी को चटर्जी को एयर एम्बुलेंस से एम्स भुवनेश्वर में ले जाने का निर्देश दिया था. अस्पताल के कार्यकारी निदेशक आशुतोष विश्वास ने संवाददाताओं से कहा, हमने चटर्जी के रक्त, किडनी, थॉयराइड और हृदय संबंधी जांच की है उन्हें कुछ गंभीर बीमारियां हैं, लेकिन तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है.
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की ‘करीबी सहयोगी’ बताई जा रही अर्पिता मुखर्जी 12 मुखौटा कंपनियां चला रही थीं और वह ऐसा मुख्य रूप से “आर्थिक हेरफेर” के लिए कर रही थीं। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम को मुखर्जी के जोका स्थित फ्लैट की तलाशी के दौरान कुछ दस्तावेज़ बरामद किए गए थे जो “ऐसी कंपनियों के होने का समर्थन’ करते हैं.
(इनपुट- भाषा के साथ)