जामताड़ा : शिलान्यास करने गये भाजपा विधायक का पार्टी नेताओं ने ही किया विरोध, जानें कारण
विशेष प्रमंडल जामताड़ा की ओर से हटिया प्लॉट में 18 लाख तीन हजार 700 रुपये से ओपन शेड निर्माण को लेकर 10 अगस्त 2023 को पहला टेंडर निकाला गया था. विरोध के कारण विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने टेंडर को रद्द कर दिया था.
जामताड़ा : सारठ विधायक रणधीर कुमार सिंह को शनिवार को करमाटांड़ के हटिया प्लॉट स्थित दुर्गा मंदिर के समीप शेड निर्माण के शिलान्यास के दौरान उनकी ही पार्टी के नेताओं की ओर से विरोध का सामना करना पड़ा. शेड का शिलान्यास कार्यक्रम का जिप उपाध्यक्ष फूलकुमारी देवी व उनके प्रतिनिधि सह भाजपा नेता महेंद्र मंडल सहित कई भाजपाइयों ने विरोध कर दिया. इसके बाद विधायक ने आनन-फानन में दुर्गा मंदिर में माथा टेका और नारियल फोड़कर शिलान्यास की औपचारिकता निभाने की बात कही. साथ ही वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. जिप उपाध्यक्ष ने शिलान्यास के बोर्ड में नाम नहीं लिखने का आरोप लगाया. इस कारण शिलापट्ट का अनावरण नहीं हो सका. इधर, शेड निर्माण के शिलान्यास की जानकारी विभाग को भी नहीं थी. विभाग के कोई भी अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे. जामताड़ा विशेष प्रमंडल के इइ मुकेश कुमार बमबम ने बताया कि शेड निर्माण का टेंडर फाइनल नहीं हुआ है, योजना में विवाद है. शिलान्यास करने की सूचना विधायक ने नहीं दी थी. बताया जाता है कि विधायक रणधीर सिंह के इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेता पप्पू मंडल, श्यामसुंदर मंडल, समाजसेवी अजीत मंडल, रामरतन मंडल आदि ने विरोध शुरू कर दिया था.
विशेष प्रमंडल जामताड़ा की ओर से हटिया प्लॉट में 18 लाख तीन हजार 700 रुपये से ओपन शेड निर्माण को लेकर 10 अगस्त 2023 को पहला टेंडर निकाला गया था. विरोध के कारण विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने टेंडर को रद्द कर दिया था. इसके बाद फिर 16 सितंबर को टेंडर डालने का समय निर्धारित किया गया. 16 सितंबर से अब तक अलॉटमेंट किसी संवेदक को नहीं मिला है. एग्रीमेंट लंबित रहने के बावजूद योजना के शिलान्यास किये जाने की बात कह जिप उपाध्यक्ष और भाजपा के ही कुछ नेताओं ने इस कार्यक्रम का विरोध कर दिया.
क्या कहा विधायक ने
सारठ विधायक रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि उक्त योजना की स्वीकृति हो गयी है. इसके बाद ही शिलान्यास किये हैं. टेंडर फाइनल करन का काम विभाग का है. जिप उपाध्यक्ष व उनके प्रतिनिधि महेंद्र मंडल का विरोध इस बात को लेकर है कि उन्हें उक्त योजना का काम नहीं मिला. इस कारण वह विरोध कर रहे हैं. यह योजना विशेष प्रमंडल विभाग की है, तो शिलान्यास स्थल पर बोर्ड में जिप उपाध्यक्ष का नाम क्यों रहेगा.