धनबाद में ग्राम सभा से मंजूरी के बाद मिलेगा पशुधन योजना का लाभ
पशु पालन विभाग को पशुधन व द्रव योजना का लक्ष्य प्राप्त हो गया है. पशु धन योजना में पांच तरह के लाभ दिए जाते हैं. इसमें बकरी, सुअर, 500 पीस फॉर्म वाला चुजा मीट पर्पस से, 400 पीस फॉर्म चुजा अंडा पर्पस के लिए व 15 देशी बतख चुजा शामिल है.
आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के पहले फेज में पशु धन व द्रव योजना के लिए 2800 आवेदन आये हैं. लेकिन, लाभुकों को इन योजनाओं का लाभ ग्राम सभा से मंजूरी के बाद ही मिलेगा. जिला पशु पालन विभाग को पशुधन व द्रव योजना का लक्ष्य प्राप्त हो गया है. पशु धन योजना में पांच तरह के लाभ दिए जाते हैं. इसमें बकरी, सुअर, 500 पीस फॉर्म वाला चुजा मीट पर्पस से, 400 पीस फॉर्म चुजा अंडा पर्पस के लिए व 15 देशी बतख चुजा शामिल है.
2262 को देना है योजना का लाभ
जिले में 2262 लाभुकों को योजना का लाभ देना है. सबसे अधिक बतक चुजा दिया जाएगा. इसमें 1636 लाभुक को दिया जाना है. बकरी पालन का 432, सुअर पालन का 73, मिट पपर्स से फॉर्म चुजा के 37 व अंडा पर्पस से फॉर्म मुर्गी चुजा का लाभ 84 लाभुकों को दिया जाना है. विभाग की ओर से इसकी तैयारी की जा रही है.
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छूट का प्रतिशत बढ़ा
योजना में मिलने वाले सब्सिडी के प्रतिशत में बढ़ोतरी की गयी है. पहले बकरी पालन में जेनरल व ओबीसी वर्ग वाले को 50 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती थी अब उसमें 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर 75 प्रतिशत कर दिया गया है. वहीं एसटी,एससी, विधवा, दिव्यांग, नि:संतान, दुर्घटना में परिवार को खो देने वाले व्यक्ति को 90 प्रतिशत की सब्सिडी पर योजना का लाभ दिया जायेगा.
क्या है योजना की लागत
योजना में एक लाभुक को चार मादा व एक नर बकरी दी जाती है. योजना की लागत 24 हजार 800 है. सुअर पालन में चार मादा व एक नर मिलता है इसकी लागत 57800 रुपये है. 500 पीस फॉर्म मुर्गा चुजा जो मिट के पर्पस के लिए इसकी लागत 67 हजार 500 है. 400 पीस पीस चुआ अंडा पर्पस के लिए जिसकी लागत एक लाख 18 हजार 200 रुपये और 15 दिन का 15 देशी बतक चुजा योजना की राशि 1700 है.
द्रव योजना में दी जाती है गाय
जिला पशुपालन विभाग के अंदर में द्रव योजना लगायी जाती है. इसमें लाभुकों को गाय दिया जाता है. दो दुधारू गाय व दो बाछी के साथ दी जाती है. इसकी लागत एक लाख 35 हजार 50 रुपये है. 95 लाभुकों को इसका लाभ देना है. इसमें उन्नत या फिर क्रोस बीड नश्ल की गाय दी जाती है. सरकार से तय व्यापारी से इसकी खरीदारी करनी है. इसमें भी 75 व 90 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है. पांच गाय की योजना की लागत तीन लाख 37 हजार 625 रुपये है. इसमें 50 प्रतिशत व 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी. वहीं 10 गाय की योजना की लागत छह लाख 75 हजार 250 रुपये है. इसमें 50 व 75 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी.
रिपोर्ट : मनोज रवानी, धनबाद